तिल्दा नेवरा : पूर्वानुमान बारिश में भी हजारों बोरा धान खुले आसमान के नीचे।
ब्यवस्थापक की बड़ी लापरवाही उजागर। बेमौसम बारिश से धान उपार्जन केन्द्र की बड़ी लापरवाही उजागर हुआ । राजधानी रायपुर, तिल्दा -नेवरा क्षेत्रांतर्गत धान उपार्जन केन्द्र बिलाडी में बारिश के पूर्वानुमान होते हुए। भी हजारों बोरी धान को खुले आसमान के नीचे लापरवाही पूर्वक स्टांक किया गया था ।अमूमन बारिश में भी धान को कैंप से नहीं ढकने से स्टांक का धान भीग गया । हालाकि बारिश की गति धीमी थी जिसके चलते धान में खास प्रतिकुल प्रभाव नहीं देखा गया । लेकिन इस दौरान धान उपार्जन केन्द्र की ब्यवस्था पर उंगली उठने लगी है । बारिश के पूर्वानुमान होने के बावजूद ब्यवस्थापक धान को बारिश से बचाने कोई बंदोबस्त नहीं किया। इसे जाहिर यह होता है कि धान उपार्जन केन्द्र की संबंधित अधिकारी कितना अपना दायित्व को लेकर सजग है।
बता दें कि ऐसे तो धान उपार्जन केन्द्र बिलाडी धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले पर सुर्खियों में रहा है ।अब इनकी लापरवाही भी उजागर हुई है । कथित धान उपार्जन केन्द्र की लापरवाही को लेकर जब पत्रकारों के टीम कवरेज कर रहा था। तो वहां पर पत्रकारों के साथ गुंडागर्दी किया गया ।शराब के नशे में लिप्त धान उपार्जन केन्द्र के कर्मचारी ने पत्रकारों को कवरेज करने से रोका गया । वहीं धान उपार्जन केन्द्र के अब्यवस्था के सवाल पर ब्यवस्थापक मुकेश वैष्णव ने बड़ी लापरवाह अंदाज में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए। कहा कि धान को ढकने के लिए चौकीदारों को बोला गया था ।अगर चौकीदार धान को नहीं ढका। तो क्या मैं जाकर धान को ढकता। इस जवाब से अंदाजा लगाया जा सकता है। कि ब्यवस्थापक का कितना गैर जिम्मेदाराना हरकत उजागर हुआ है। धान उपार्जन केन्द्र की लापरवाही फुड निरिक्षक के संज्ञान में आते ही। मौके पर तफ्तीश कर अब्यवस्था पर गंभीरता बरतते हुए। नाराजगी जाहिर कर ब्यवस्थापक को जमकर फटकार लगाई है। वहीं अपने दायित्वों पर गंभीरता बरतने की नशीहत भी दिया है।धान उपार्जन केन्द्र बिलाडी में धान की सुरक्षा पर उठी उंगली : फुड निरिक्षक ने लगाई फटकार तिल्दा नेवरा : पूर्वानुमान बारिश में भी हजारों बोरा धान खुले आसमान के नीचे। ब्यवस्थापक की बड़ी लापरवाही उजागर। बेमौसम बारिश से धान उपार्जन केन्द्र की बड़ी लापरवाही उजागर हुआ । राजधानी रायपुर, तिल्दा -नेवरा क्षेत्रांतर्गत धान उपार्जन केन्द्र बिलाडी में बारिश के पूर्वानुमान होते हुए। भी हजारों बोरी धान को खुले आसमान के नीचे लापरवाही पूर्वक स्टांक किया गया था ।अमूमन बारिश में भी धान को कैंप से नहीं ढकने से स्टांक का धान भीग गया । हालाकि बारिश की गति धीमी थी जिसके चलते धान में खास प्रतिकुल प्रभाव नहीं देखा गया । लेकिन इस दौरान धान उपार्जन केन्द्र की ब्यवस्था पर उंगली उठने लगी है । बारिश के पूर्वानुमान होने के बावजूद ब्यवस्थापक धान को बारिश से बचाने कोई बंदोबस्त नहीं किया। इसे जाहिर यह होता है कि धान उपार्जन केन्द्र की संबंधित अधिकारी कितना अपना दायित्व को लेकर सजग है। बता दें कि ऐसे तो धान उपार्जन केन्द्र बिलाडी धान खरीदी में गड़बड़ी के मामले पर सुर्खियों में रहा है ।अब इनकी लापरवाही भी उजागर हुई है । कथित धान उपार्जन केन्द्र की लापरवाही को लेकर जब पत्रकारों के टीम कवरेज कर रहा था। तो वहां पर पत्रकारों के साथ गुंडागर्दी किया गया ।शराब के नशे में लिप्त धान उपार्जन केन्द्र के कर्मचारी ने पत्रकारों को कवरेज करने से रोका गया । वहीं धान उपार्जन केन्द्र के अब्यवस्था के सवाल पर ब्यवस्थापक मुकेश वैष्णव ने बड़ी लापरवाह अंदाज में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए। कहा कि धान को ढकने के लिए चौकीदारों को बोला गया था ।अगर चौकीदार धान को नहीं ढका। तो क्या मैं जाकर धान को ढकता। इस जवाब से अंदाजा लगाया जा सकता है। कि ब्यवस्थापक का कितना गैर जिम्मेदाराना हरकत उजागर हुआ है। धान उपार्जन केन्द्र की लापरवाही फुड निरिक्षक के संज्ञान में आते ही। मौके पर तफ्तीश कर अब्यवस्था पर गंभीरता बरतते हुए। नाराजगी जाहिर कर ब्यवस्थापक को जमकर फटकार लगाई है। वहीं अपने दायित्वों पर गंभीरता बरतने की नशीहत भी दिया है।