बिलासपुर (सकरी): थाना सकरी क्षेत्र के भरनी परसदा में 6 जनवरी 2025 को संजय जोशी के मकान में हुई एक संदिग्ध घटना ने पूरे परिवार को झकझोर दिया। घटना के दौरान एक अनजान युवक वीडियो कॉल पर किसी अन्य व्यक्ति को मकान का निरीक्षण कराता हुआ देखा गया। यह घटना घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। इस दौरान घर पर 8 वर्षीय अर्पण जोशी और राजा बंजारे मौजूद थे। राजा बंजारे द्वारा विरोध करने पर युवक ने धमकी देते हुए कहा, “अरुण कमलबंशी को जानते नहीं हो, तुम्हारे पूरे खानदान को मिटा देगा।” युवक ने गंदी और अश्लील गालियां भी दीं।
यह घटना सुनकर पूरा जोशी परिवार सकरी थाने पहुंचा, लेकिन वहां ड्यूटी ऑफिसर (DO) ने शिकायत दर्ज करने से साफ इनकार कर दिया। पीड़ित परिवार के साथ अभद्र व्यवहार किया गया, जिससे उनका आक्रोश और बढ़ गया। इस दौरान संजय जोशी के परिवार के साथ मां सावित्री देवी, रजनी आंवड़े, अंकिता जोशी, दुलाल मुखर्जी, अभिषेक आंवड़े, एबल आंवड़े, अर्पण जोशी, राजा बंजारे और चूम्मनलाल नवरंगे भी मौजूद थे। सभी ने थाने के बाहर बैठकर FIR दर्ज करने की मांग की।
पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं:
जोशी परिवार ने यह भी बताया कि सावित्री देवी का मकान कोटा थाना क्षेत्र में स्थित है, जहां 31 दिसंबर 2024 की रात भारी पथराव हुआ था। इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी और एसडीओपी नूपुर उपाध्याय ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके पथराव की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
परिवार ने बताया कि भरनी परसदा की घटना के 20 मिनट बाद कोटा में एक और अप्रिय घटना घटी। इस पर दुलाल मुखर्जी ने नूपुर उपाध्याय को व्हाट्सएप के जरिए सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिकायत दर्ज की। लेकिन सकरी थाने में पुलिसकर्मियों के व्यवहार ने परिवार को निराश कर दिया।
थाने के बाहर धरना और जांच का आश्वासन:
सकरी थाने के बाहर घंटों धरने के बाद आखिरकार थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार की बात सुनी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार की मांग:
जोशी परिवार ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इन घटनाओं की जल्द से जल्द जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। परिवार का कहना है कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वे आगे बड़े स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।
पुलिस की कार्यशैली पर सवाल:
इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या पुलिस नागरिकों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है? यह सवाल अब हर किसी के मन में उठ रहा है। पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा या नहीं, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।