सरायपाली (सुरोतीलाल लकड़ा ) : युवा क्षेत्रीय खेल एवं सांस्कृतिक विकास समिति सरायपाली तथा विद्यालय प्रबंधन समिति बड़ेसाजापाली के तत्वावधान में अन्तर शालेय बालक-बालिका कबड्डी प्रतियोगिता 30 वां वर्ष का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बडेसाजापाली में श्रीमती सरला कोसरिया सदस्य, राज्य महिला आयोग छ.ग. शासन के मुख्य आतिथ्य में समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। यह प्रतियोगिता विगत कई वर्षों से सरायपाली के आस पास आयोजित होती रहीं हैं। पहली बार सरायपाली विकासखंड से बाहर बसना विकासखंड के अंतिम छोर के क्षेत्र में प्रतियोगिता आयोजित किया गया है। श्रीमती सरला कोसरिया ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में बताया कि खेल से शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। कोई भी खेल हो उस खेल को अनुशासन के साथ खेला जाता है, और वही खेल जीवन का अनुशासन ही हमारे जीवन में अनुशासन लाती है जो मानव जीवन के लिए होना जरूरी है। खेल हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। वे हमें स्वस्थ, मनोरंजन, और संघर्ष करने की क्षमता प्रदान करते हैं। खेल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक विकास और सामाजिक योग्यता को सुधारते हैं। इसलिए, हमें नियमित रूप से खेल खेलना चाहिए और उसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना चाहिए।खेल का महत्व सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य की ही सीमा नहीं होता है, बल्कि यह हमारे मनोविज्ञानिक विकास के लिए भी आवश्यक है। खेल खेलने से हमारा मन ताजगी और सक्रियता से भर जाता है। यह हमारी मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है और हमें खुश और स्वस्थ रखता है।खेल एक महान सामाजिक संगठन भी है।
जब हम खेल खेलते हैं, तो हम ग्रुप में समन्वय और टीमवर्क करते हैं। यह हमें समान भागीदारी का आदर्श देता है और हमें समानता, समरसता और संयम की महत्वपूर्ण शिक्षा प्रदान करता है। खेल में संघटना और नेतृत्व के गुण विकसित होते हैं और हमें सामाजिक संबंधों को मजबूत करने का एक अद्वितीय माध्यम प्रदान करता है।खेल के महत्व पर चर्चा करते हुए, पहले शारीरिक स्वास्थ्य पर बात करेंगे। खेलना हमारे शारीरिक दक्षता और क्षमता को बढ़ाता है। यह हमारे हृदय को मजबूत बनाता है, रक्त परिसंचरण को बढ़ाता है और मोटापे को कम करता है। खेल करने से हमारे शरीर की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं, हड्डियाँ मजबूत होती हैं और हमारा ऊर्जा स्तर बढ़ता है।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमती सरला कोसरिया ने आगे कहा कि खेल भावना एक दृष्टिकोण है, जो ईमानदारी पूर्वक खेलने, टीम के साथियों और विरोधियों के प्रति शिष्टाचार बरतने, नैतिक व्यवहार और सत्यनिष्ठा दिखाने तथा जीत या हार में बड़प्पन के प्रदर्शन की प्रेरणा देता है।समय के साथ खेल और राजनीति ने एक-दूसरे को काफी प्रभावित किया है। जितने वाली टीम को बधाई और जो जीत से पीछे रह गए उन्हें आने वाले समय मे अच्छा प्रदर्शन कर जीत की राह में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन दिया है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डेविड चौधरी मंडल अध्यक्ष भंवरपुर, झनकराम चौधरी प्राधिकृत अध्यक्ष सलखण्ड, प्राचार्य बड़ेसाजापाली उग्रेसन पटेल, संरक्षक द्वय ध्रुव मलिक, खेमराज पटेल, राजकुमार पटेल अध्यक्ष युवा क्षेत्रीय खेल एवं सांस्कृतिक विकास समिति, छालो विशाल शाखा प्रबंधक जिल केशव सेठ,सादराम अजय गुरुजी, मिनकेतन पटेल,प्रफुल्ल बारीक, मुकेश साहू,क्षितिपति साहू, खिरसागर कैवर्त,दीव्य कुमार बारिक, सोमनाथ कैवर्त जी, श्री संतोष टंडन,संजय तांडी,एन एल साहू उपस्थित रहे साथ ही इस कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शिक्षकों छात्र छात्राओं का विशेष सहयोग के लिए सभी शुभकामनाएं दी।