तिल्दा नेवरा : समीपस्थ क्षेत्र के अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स मे प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी आज मई दिवस के अवसर पर यहां के सक्रिय इंटक व एटक यूनियन के द्वारा अपने अपने यूनियन कार्यालयों में ध्वजारोहण कर संयंत्र के कालोनीयो मे बाईक रैली निकाली गई। जो श्रीहनुमान मंदिर चौक से होते हुए। वर्कर कालोनी व स्टाफ कालोनीयो के मुख्य मार्गो से होते हुए। सभी के द्वारा नारे लगाते हुए। श्रमिक दिवस पर गीत संगीत के धुन बजाने के साथ अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स के मेन गेट पर विश्राम किया। जहां अब तक शहिद हो चुके श्रमिको को दो मीनट का मौन धारण कर श्रद्धाजंलि दिया गया।
ज्ञात हो कि इस कार्यक्रम में इंटक यूनियन के पदाधिकारी व एटक यूनियन के पदाधिकारी उपस्थित रहे। संयंत्र के मेन गेट पर शांति व सद्भावना के साथ बाईक रैली में शामिल रहे। वही अब तक शहीद हो चुके श्रमिकों को मौन धारण कर श्रद्धाजंलि देने के बाद यूनियन पदाधिकारियों ने अवसर पर संबोधित भी किया। जिसमे इंटक यूनियन के महासचिव रमेश तिवारी ने मजदूर दिवस क्यो मनाये जाते हैं, उस पर संक्षिप्त मे प्रकाश डाला। वही यह भी कहा कि मजदूरों का पैर एक मजदूर ही काटता है। और कोई दूसरा नहीं। दुसरे वक्तव्य में एटक यूनियन के अध्यक्ष पवन कुमार ठाकुर ने कहां की हम भले ही अलग अलग यूनियन के बैनर तले जुडे हो। पर जहां सर्वहिताय मांग की बात हो। या फिर सुरक्षा, व्यवस्था व सुविधा के लिए एक होकर काम करते हैं। वही नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यहां यूनियन मे तो पद ले लेते हैं। पर कोई भी आयोजनो व बैठकों में शामिल होना जरूरी नहीं समझते। अयसे ही लोग किसी भी संगठन के कमजोरी होते हैं। तीसरे वक्तव्य में एटक यूनियन के महासचिव छत्रधारी विश्वकर्मा ने मजदूर दिवस पर सभी को बधाईयाँ देते हुए। कहा कि हम एक रहे है। आगे भी एक रहना है।
गौरतलब हो कि अगले महत्वपूर्ण वक्तव्य में इंटक यूनियन के सक्रिय उपाध्यक्ष व संचालक राजेन्द्र कुमार साहू ने कहा कि पहले श्रमिकों के लिए कोई कार्य के घंटे, सुविधा, नियम, व्यवस्था आदि निर्धारित नही थे। तब तात्कालिक श्रमिकों ने संगठन यूनियन का महत्व समझते हुए। यूनियन का निर्माण कर हक के लिए लंबे समय तक संघर्ष किये। जिसमे हजारो ने अपनी जान भी हवाई। तब कही जा कर हम बहुत से श्रम कानूनों के तहत कार्य कर रहे हैं। वही राजेन्द्र साहू ने आगे कहा कि आज भी श्रमिकों, मजदूरों को बीना संघर्ष के कुछ भी नहीं मील रहा। इस लिए संगठन व यूनियन बनाना व उससे जुडकर रहना जरूरी है। वही साहू ने खेद व्यक्त करते हुए। कहा कि वर्तमान समय में हमारे अधिकतर मजदूर साथी यूनियन के माध्यम से वेतन भत्ते व सुरक्षा, सुविधाओं, व्यवस्थाओं मे बढोत्तरी तो चाहते हैं। कही भी कोई भी जगह खरी खोटी सुनाते हैं। पर यूनियन की बैठकों, कार्यक्रमों मे अपनी उपस्थिति व सहयोग देना जरूरी नहीं समझते। अगर यही हाल रहा। तो यूनियन दिन ब दिन कमजोर होने के कगार पर आजायेगा। और तब सरकार व उद्योगपतियों के द्वारा शोषण किया जाता रहेगा। अत : आप जीस भी स्थीती के श्रमिक है। उस हिसाब से यूनियन का सदस्य बने। सहयोग करे।
कार्यक्रम के अंत में छन्नूलाल कुर्रे उपाध्यक्ष इंटक यूनियन ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर इंटक यूनियन के महासचिव रमेश तिवारी, उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार साहू, छन्नूलाल कुर्रे, शेखसमशुद्दीन, सचिव सुरज पात्रो, सह सचिव सतीश वर्मा, संगठन सचिव कमलेश यदू, वही एटक यूनियन के अध्यक्ष पवन कुमार साहू, कार्यकारी अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा, महासचिव छत्रधारी विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष प्रेम कोशले, सचिव राजू पाल, सदस्य श्रृषी वर्मा, भगवान दास सोनवानी, राजेन्द्र सिंह आदि रहे।