रायपुर : राजपूत क्षत्रिय समाज के द्वारा सामाजिक भवन रांवाभाटा में प्रदेश स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 10 वीं 12वीं व स्नातक ,स्नातकोत्तर में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र व मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्रद्धेय पृथ्वीराज चौहान व मार्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जहां प्रतिभावान बच्चों ने अपनी रंगारंग कार्यक्रमों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिए। सम्मान समारोह में बड़ी संख्या में सामाजिक लोगों की उपस्थिति रही। इस अवसर पर मुख्य रूप से *परम् पूज्य दण्डी स्वामी श्री मज्जज्योतिर्मयानंदः सरस्वती जी महाराज, सपाद लक्षेश्वर धाम सलधा वाले महाराज भी उपस्थित रहे।
जिन्होंने ने क्षत्रियों को हमेशा एकजुट रहने व क्षत्रिय धर्म का हमेशा पालन करने को कहा। उन्होंने राष्ट्र के लिए गौ माता राष्ट्र माता व भारत अखण्ड हिन्दू प्रचण्ड का नारा देते हुए सर्वहितार्थ कार्य करते हुए जीवों पर दया का भाव रखने का संदेश दिया।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी गण ठाकुर पाल सिंह संरक्षक,महेश सिंह सलाहकार, गणेश सिंह अध्यक्ष,अनिल सिंह उपाध्यक्ष,
टिकेन्द्र सिंह कोषाध्यक्ष, विक्रम सिंह सचिव,विनोद सिंह संगठन मंत्री,अश्वनी सिंह महामंत्री,
दीपक सिंह संचार मंत्री,
रामसिंह सह सचिव,महिला प्रकोष्ठ से प्रभारी
जानकी देवी,महिला प्रकोष्ठ पअध्यक्ष पुजा सिंह
महिला प्रकोष्ठ कार्यकारिणी रानी सिंह,मिनाक्षी सिंह,सिमा सिंह,प्रतिभा सिंह,अनीता सिंह,अंजली सिंह,आदि रहे।
वही इसके साथ विभिन्न राज के पदाधिकारी गणों में आरंगराज से ठाकुर. पुरूषोत्तम सिंह,चेतन सिंह ,देवरबीजा राज से महेन्द्र सिंह,राजेन्द्र सिहं,जामुलराज से सुखसागर सिंह,दुर्ग राज से मुकेश सिंह,परेटन सिंह,राजनांदगाँव से मोहन सिंह,नरेश सिंह ,धमधाराज राज से रामनरेश सिंह,खैरागढ़ राज से दानु सिंह, भैयाराम सिंह
बिलासपुर से जेठु सिंह, शैलेष सिह,रायपुर शहर,राकेश सिंह, ओमप्रकाश सिंह,रायपुर ग्रामीण से गजेन्द्र सिंह, दिलीप सिंह,बेरला राज से उत्तम सिंह, मोहन सिंह
रॉकाराज से गुमेश सिंह, सियाराम सिंह, साजा राज से रामसोहागीन, संदिप सिंह,नवागढराज से सतानंद सिंह, कोदु सिंह,
मुंगेलीराज से विजय सिंह,गोविंद सिंह पाटनराज से सिताराम सिंह,बिरबल सिंह,कवर्धाराज से
बद्री सिंह, संजय सिंह सहित अनेक सैकड़ों की संख्या में राजपूत क्षत्रिय के लोग उपस्थित रहे।