खरोरा : समीपस्थ क्षेत्र के ग्राम पंचायत रायखेड़ा विकास खण्ड तिल्दा जिला रायपुर में सुप्रसिध्द अडानी पावर लिमिटेड पावर के द्वारा ग्रेड1370 मेगावाट का विस्तार कर 1600 मेगावाट अतिरिक्त बढ़ाया जा रहा है। जिसकी जन सुनवाई। आने वाले 22 जून, दिन शनिवार, को अपरान्ह 11 बजे से ग्राम पंचायत ताराशिव में रखा गया है। जो कि ग्राम पंचायत रायखेड़ा से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ज्ञात हो कि जब यह आडानी पांवर प्लांट ग्राम रायखेड़ा, गैतरा, चिचोली के बीच संचालित है। और विस्तार भी यही किया जा रहा है। इस प्रकार से जन समस्या ग्राम पंचायत रायखेड़ा/चिचोली / गैतरा/मुरा की है। तो ऐसा क्या कारण है कि जन सुनवाई को 6 किलोमीटर दूर हटकर ग्राम ताराशिव में रखा जाने वाला है।यह इस क्षेत्र की जनता, ग्रामीणों के लिए सबसे बड़ी सोचने व समझने वाली बात है।
ध्यान देने की जरूरत है कि यह जन समस्या को ध्यान में रखते हुए। यहां की जन सुनवाई के लिए जो स्थल का चयन ग्राम पंचायत ताराशिव में रखा जाने वाला है। उसे तत्काल हटाकर ग्राम पंचायत रायखेड़ा/चिचोली/गैतरा/मुरा के सीमावर्ती क्षेत्र में रखा जाए। जिससे जनता व ग्रामीणों के द्वारा अपनी तकीलीफों की पूरी जानकारी ग्राम पंचायत रायखेड़ा/ चिचोली / गैतरा/मुरा की जनता के द्वारा प्रशासन को अवगत करा सके।
ज्ञात हो कि यदि जनसुनवाई का स्थान बदल कर ग्राम पंचायत रायखेड़ा/चिचोली / गैतरा/मुराद की सीमावर्ती क्षेत्र में नहीं रखा जाता है। तो समस्त ग्राम पंचायत रायखेड़ा/चिचोली / गैतरा/मुरा के किसानों / मजदूरों / बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के द्वारा इस जनसुनवाई का पुरजोर व उग्रता के साथ विरोध किया जाएगा।
गौरतलब हो कि रायखेडा में 800 MW के दो पावर प्लाट लगाने की तैयारी मे 22 जून को जो जन सुनवाई रखी जाने वाली है। उसके लिए किसी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, नेताओं के उपर भरोसा न करते हुए। इस समस्या को देखते हुए। क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा केवल ” जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ” पर भरोसा जताते हुए। इसके प्रदेश अध्यक्ष श्री अमित बघेल तथा छत्तीसगढ़िया क्रांती सेना के प्रदेश अध्यक्ष अजय यादव से गुहार लगाई गई है। ताकी यहां की समस्या का निदान हो एवं आडानी पांवर के द्वारा की जाने वाली यह विस्तार रुकवाया जाये। अन्यथा भविष्य मे प्लांट के विरुद्ध जन अदोलन की जायेगी ।
बता दे कि वर्तमान में आडानी पांवर रायखेडा के यहां पहले से ही 2 प्लांट 685 MW के संचालित है। जिसके कारण से ही यहां दुर दुर दुर से क्षेत्र में प्रदूषण इतना हो रहा है। मसलन: घर की छत काली होने लगी है। कोयले के जलने से प्रदूषण लगातार फैलते जा रहा है। एसिड रैन जिसे अम्ल वर्षा कहा जाता है। फसलो को बर्बाद कर रहा है। जीव जंतु के जीवन पर खासा प्रभाव पड़ रहा है। वही अडानी पांवर प्लांट के द्वारा क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य के उपर बड़ा खिलवाड किया जा रहा रहा है। सी एस आर के नाम पर सस्ती असरहीन गोलीयां दे कर स्वस्थ्य के उपचार करने का बस दिखावा किया जा रहा है।
वही इसके द्वारा स्कूलों में भी जर्जर की स्थिति हो गया है। शिक्षा के नाम से दिखावा बस है। कौशल विकाश शून्य है। किसी भी बच्चे को शिक्षित नही किया जा रहा है। यहां के ग्रामिणो द्वारा बताया गया है। कि पहले से ही यहां प्लांट खुलने के कारण फसल बरबाद हो रही हैं। पानी की गुणवत्ता खराब व भूजल
का स्तर भी गिरते जा रहा है। लोगो के रहन सहन व जन जीवन को भी प्रभावित कर रही है। यह
गांव के पंच चुन्नु निषाद व ग्राम सभा के अध्यक्ष रामनारायण निषाद सहित 400 लोग रायपुर कलेक्टर को ज्ञापन पहुंच कर सौप दिया है ।
बडी बात यह है कि छत्तीसगढ़ में हर अन्याय के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ पुरजोर विरोध करने के नाम पर ख्याति प्राप्त करते जारही है। वही जनता के भरोसे पर खरा उतरते जारही है। अयसे जनहितैषी ” छत्तीसगरिया क्रांती सेना ” और “जोहर छत्तीसगढ पार्टी ” द्वारा इस अडानी प्लांट के विस्तार को रोकने की अपील शासन से की है।यदि बात नही सुनी जाती हैं। तो इनके द्वारा ग्रामीणों के साथ मीलकर उनके लिए आंदोलन करने को तैयार है।
सूत्रों के अनुसार आडानी पांवर प्लांट के विसतार करने के लिए औपचारिक तौर पर जनसुनवाई क्षेत्र के बाहर करने की योजना।यह सब इस तरह यहां की जनता की आंखों में जानबूझकर धूल झोकने जैसा काम कर रही है। वही यह सब स्थानीय व क्षेत्र के छोटे बडे नेताओं की मीलीभगत का भी अंदेशा लगाया जा रहा है। इस जनसुनवाई को सफल बनाने के लिए दिन रात जनप्रतिनिधियों, नेताओं, पत्रकारों की बैठक के उपर बैठकें करने का भी अंदेशा लगाया जा रहा है। इस तरह से कुछ लोग जनहितैषी, किसान हितैषी कहलाने वाले। अपने निजी स्वार्थ व कमाई की आड मे लोगो का हक मार रहे हैं। आस पास के निवासियों का जमीन बेचवा रहा है। युवाओं को बेरोजगारी की गर्त में धकेल रहा है। अपराध को बढावा देने का काम कर रहा है। इन सब पर जनता को एकजुट होकर, निडर, नि:स्वार्थ भाव से पुरजोर विरोध करने ही होगे।