राजनंदगांव : यह बहुत जरूरी भी था और बहुत पहले हो जाना था लेकिन पुलिस देर से ही सही मोबाइल कंप्यूटर लैपटॉप आदि के माध्यम से सोशल मीडिया पर धार्मिक सामाजिक उन्माद और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है अपने आसपास के वातावरण में जिले में व प्रदेश के वातावरण में राष्ट्र के वातावरण में प्रेम शांति से मिलजुल कर रहने की आदत डालने यह कदम यदि नहीं उठाया जाता तो लोकतांत्रिक व्यवस्था में खतरे बढ़ने की संभावना ज्यादा थी।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम की बैठक ली गई।
जिसमें सोशल मीडिया (फेसबुक, व्हाट्सएप, इन्स्टाग्राम, टेलीग्राम, ट्वीटर आदि) पर धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक व विभिन्न प्रकार के ग्रुपों और व्यक्तियों द्वारा अफवाह फैलाने वालों को चिन्हाकिंत करने के निर्देश दिए गये। मीटिंग में खासतौर पर धार्मिक उन्माद फैलाने, जातिगत टिप्पणी, फोटो-वीडियो, मैसेज वायरल करने वालों पर निगाह रखने और समय रहते त्वरित कार्रवाई करने, पोस्ट डिलीट करवाने, ग्रुप एडमिन को सचेत करने एवं इस तरह सोशल मीडिया के माध्मय से किसी भी प्रकार की भ्रांति या अप्रिय घटना घटने की संभावना हो तो समय रहते पोस्ट करने वाले एवं एडमिन की पहचान कर उनके विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गये। मीटींग में सायबर सेल प्रभारी श्री जितेन्द्र वर्मा, डीएसबी शाखा प्रभारी निरीक्षक राजेश साहू एवं जिले के समस्त थाना/चौकी/ के सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम के अधिकारी/ कर्मचारीगण उपस्थित हुए।
राजनांदगांव पुलिस की अपील :-
सामाजिक समरता, आपसी सौहार्द व शांति व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करे। गैर कानूनी गतिविधियों का हिस्सा ना बनें। ऐसा ना करें जो कानूनी रूप से विधि विरुद्ध है। आपत्तिजनक व शांति व्यवस्था को भंग करने वाले पोस्ट व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर ना करें, यदि कोई करता हैं तो उसे बढ़ावा ना दें। किसी भी प्रकार के पुराने हिंसक या दंगे के पोस्ट को दोबारा अपलोड कर भ्रामकता ना फैलाएं। यदि कोई पोस्ट दिखती हैं तो, राजनांदगांव पुलिस कंट्रोल रूम नंबर 07744 286622 या डायल 112 को सूचित करें।