दिल्ली 21 अगस्त: छत्तीसगढ़ के जन जन के आदर्श, प्रेरणास्रोत सुप्रसिद्ध बालोद जिले को देश दुनिया में एक एतिहासिक पहचान दिलाने वाले संत श्री राम बालक दास महात्यागी जी ।जो की छत्तीसगढ़ राज्य गो सेवा आयोग के संरक्षक भी है संत श्री राम बालक दास महात्यागी जी आज दो दिन के प्रवास पर दिल्ली रवाना हुए हैं।
बता दे कि दिल्ली में जहां पर उन्होंने विश्व प्रसिद्ध जगतगुरु शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद जी के चातुर्मास कार्यक्रम में सम्मिलित हुए । यहां उनके कार्यक्रम. मे शामिल होकर श्री शंकराचार्य जी से विशेष चर्चा कीये।
ज्ञात हो कि दिल्ली की सफदरगंज दिल्ली में आयोजित गौ सेवक सम्मान कार्यक्रम में वहां के पत्रकारों से चर्चा करते हुए। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि छत्तीसगढ़ में भी कुछ राज्यों की तरह गायों की स्थिति ठीक नहीं है।
सड़कों पर गायों की मृत्यु दर बहुत बढ़ चुकी है। एवं गौशाला संचालक समितियां अनुदान की कमी के कारण संकट में है। ऐसे समय पर छत्तीसगढ़ शासन को एक व्यापक गौ सेवा आयोग का गठन करना चाहिए।
जिसमें छत्तीसगढ़ के गौसेवी संतों एवं गौशाला समिति संचालकों के विचारों को भी शामिल करना चाहिए। इसके लिए संत श्री राम बालक दास जी ने कहा कि 1997 से वे लगातार छत्तीसगढ़ में गौ रक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। जब केवल 20 गौशालाएं छत्तीसगढ़ में होती थी 15 वर्षों में 20 गौशाला से लगभग 150 गौशाला का निर्माण किया गया। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन को 9 महीने हो चुके हैं। उसके पश्चात भी अभी तक गायों के सुरक्षा एवं संवर्धन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके लिए संत श्री ने चिंता व्यक्त की और दूरभाष पर मुख्यमंत्री जी से चर्चा करके कहा। कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में गो अभ्यारण्य एवं गौ सेवा आयोग को प्रारंभ किया जाए।