बस्तर (जयराम धीवर) : छत्तीसगढ़ सरकार ने बडी घोषणा की है। जिसमे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के बाद अब शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर म घलो एम.ए.हिंदी के विद्यार्थी मन दुर्गा प्रसाद पारकर लिखित छत्तीसगढ़ी उपन्यास बहू हाथ के पानी ला पढ़ही।
बता दे कि शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय बस्तर के एम ए हिंदी के द्वितीय सेमेस्टर के पाठ्यक्रम जनपदीय भाषा अउ छत्तीसगढ़ी साहित्य म दुर्गा प्रसाद पारकर लिखित छत्तीसगढ़ी उपन्यास बहू हाथ के पानी ला शामिल करे हे ।
उसकी एक और कविता..
निसैनी
बाल गीत – दुर्गा प्रसाद पारकर
आजू बाजू दू ठन मोठ बांस लम्बा ले ।
उपर चघे बर मजबूत पकती बना ले ।।
पकती ला कसके दुनो बांस म बांध।
चढ़े बर निसैनी बिहनिया लागे ना सांझ ।।
धीरे धीरे पकती म रख रख के पांव ।
सम्हल सम्हल के चढ़त उपर डाहर जाव ।।
आगू बढ़े बर शिक्षा ला निसैनी बना ।
पढ़ लिख के दिनों दिन जिनगी ला सजा ।।
शिक्षा के निसैनी म जउन जतने उपर चढ़ही ।
कोनो नइ रोक सकय ओला ओह आगू बढ़ही ।।
दुर्गा प्रसाद पारकर
7999516642