तिल्दा नेवरा : नगर के समाज प्रमुखों, मातृशक्ति और प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में पुण्यश्लोका लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की त्रि शताब्दी समारोह के आयोजन हेतु समिति का गठन किया गया। जिसमें सर्वसम्मति से श्री राजेश कुमार चंदानी जी प्राचार्य , बद्री नारायण बागड़िया उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नेवरा को अध्यक्ष बनाया गया । उपाध्यक्ष पद पर श्रीमती जानकी दुलारी वर्मा जी शिक्षिका नेवरा एवं श्री विनय पात्रो जी व्यवसायी नेवरा बनाए गए । सचिव सौरभ जैन एवं सहसचिव पद पर श्रीमती नीलम अग्रवाल नेवरा तथा विजय कुमार ठाकुर घुलघुल चुने गये। । कोषाध्यक्ष पद हेतु सासाहोली से ईश्वर यदु को एवं सह कोषाध्यक्ष श्रीमति चंद्रकला वर्मा को बनाया गया ।
समिति के संरक्षक वरिष्ठ प्राचार्य श्री सुभाष चंद्र शर्मा जी बनाए गए हैं। समिति के सम्माननीय सदस्य गण इस प्रकार हैं-- श्री दुष्यंत सोनी जी प्राचार्य स्वामी आत्मानंद हायर सेकेंडरी स्कूल तिल्दा नेवरा, बलराम यदु जी किरना , श्रवण साहू प्राचार्य सरस्वती शिशु मंदिर तिल्दा, वासुदेव साहू सरस्वती शिशु मंदिर नेवरा, हीरालाल धुरंधर ,गोकुल वर्मा, सतीश निषाद, मनोज निषाद नेवरा, डोमार वर्मा ग्राम घुल-घुल, खूब दास वैष्णव ग्राम टोहड़ा,चंद्रकांत साहू गौर खेड़ा, दीपक तिवारी ग्राम खपरीमढ़ी, मालिकराम साहू ,यशवंत वर्मा ग्राम तुलसी,नरेन्द्र शर्मा, प्रियंक सोनी, संजय सेन नेवरा, मातृशक्ति से उपस्थित सदस्य गण-- श्रीमती राधिका वर्मा जी नेवरा, श्रीमती सुधा चौबे जी पार्षद नगर पालिका तिल्दा नेवरा, श्रीमती रानी जैन नेवरा एवं कुमारी अंजली गिरी तिल्दा ।
लोकमाता अहिल्यादेवी होलकर की त्रिशताब्दी जयंती समारोह का आयोजन वर्ष भर विद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर पर किस प्रकार किया जाना है एवं समाज के बीच किस प्रकार आयोजन करना है , जिससे कि आज की पीढ़ी अहिल्याबाई होलकर द्वारा 300 वर्ष पूर्व किए गए कार्यों से प्रेरणा ले सकें। इसकी विस्तृत जानकारी गोपाल वर्मा नगर संघ चालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा दी गई । उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई द्वारा किए गए जनकल्याणकारी कार्य एवं धर्म तथा संस्कृति का संरक्षण कैसे किया , पुण्यश्लोक की उपाधि अहिल्याबाई को कैसे मिली, इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि जिस महिला सशक्तिकरण की आज हम बहुत बातें करते हैं, इसकी शुरुआत 250 वर्ष पहले अहिल्याबाई ने की थी। पर्यावरण सुरक्षा , जल संरक्षण और मुगल आक्रांताओं द्वारा विध्वंस किए गए मंदिरों का पुनर्निर्माण करने के फल स्वरूप उन्हें लोकमाता के रूप में जनमानस ने स्वीकार किया ।
समिति के अध्यक्ष श्री राजेश चंदानी जी ने कहा कि समस्त विद्यालयों में विद्यार्थी के मध्य व्याख्यान माला, प्रश्न मंच, रंगोली प्रतियोगिता एवं ड्राइंग प्रतियोगिता तथा तात्कालिक भाषण , पहले विद्यालय स्तर पर फिर वहां से चयनित बच्चों का नगर के स्तर पर भव्य आयोजन करके उन्हें सम्मानित व पुरस्कृत करने का भव्य आयोजन किया जाएगा, इससे नई पीढ़ी अहिल्याबाई होलकर के कर्तृत्व और व्यक्तित्व से परिचित हो सकेंगे।
अंत में संरक्षक श्री सुभाष शर्मा जी ने समिति को बधाई देते हुए आशा व्यक्ति की कि ऐसे महान विभूतियों का परिचय हम छात्र-छात्राओं और समाज को कराने में सफल होंगे । सचिव सौरभ जैन ने समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यों का आभार प्रदर्शन करते हुए प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को इसी तरह नियमित बैठकर योजनाबद्ध कार्य करने व समीक्षा करने की बात करते हुए कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की।