बलौदाबाजार : समीपस्थ क्षेत्र के सीमेंट उद्योग में फिर बडी दुर्घटना की जानकारी मिली है। छत्तीसगढ़ के जिला बलौदाबाजार से महज 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित श्री रायपुर सीमेंट प्लांट खपराडीह में बीती रात एक दर्दनाक हादसे में एक श्रमिक की मौत हो गई। इस हादसे ने श्रमिक सुरक्षा और प्रबंधन की लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हादसे का विवरणमिली जानकारी के अनुसार, मृतक अशोक सिंह (36 वर्ष), जो मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के चंदुवार गांव का निवासी था, श्री रायपुर सीमेंट प्लांट में तरुण कंस्ट्रक्शन (टी सी सी) के तहत काम कर रहा था। वह सीमेंट मिल प्रोजेक्ट के नए फ्लाई ऐश सेलो पर काम कर रहा था। देर रात करीब 6 मीटर ऊंचाई से गिरने के कारण उसके सिर पर गंभीर चोट आई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।तभी
घटनास्थल पर मची अफरा-तफरी। घटना की जानकारी मिलते ही श्रमिकों ने अपने संघ के नेताओं को सूचित किया। कुछ ही समय में यूनियन के सभी पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए।
बता दे कि इस घटना से संयंत्र प्रबंधन में खलबली मच गई। इस बीच, सुहेला थाना प्रभारी भी अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और जांच मामले को नियंत्रित किया। वही द्वापक्षीय समझौता बैठक किया गया। जिसमे
32 लाख मुआवजे पर सहमति बनी। यह यहां के यूनियन की सक्रियता और संघर्ष के बाद ही यह मृतक के परिजनों को 32 लाख रुपये मुआवजा दिलाने सफल रहे । इसमें श्री रायपुर सीमेंट प्लांट की ओर से 22 लाख रुपये और तरुण कंस्ट्रक्शन की ओर से 10 लाख रुपये शामिल हैं। यूनियन के प्रयासों के बाद ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
गौरतलब हो कि मृतक के परिवार की दयनीय स्थिति ठीक नही है। मृतक अशोक सिंह अपने परिवार के लिए एकमात्र कमाने वाला था। उनके परिवार में उनकी बूढ़ी दादी और एक बेटी हैं। जिनकी पूरी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर थी। इस हादसे से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस घटना की पुनर्वृत होने पर यहां के इंटक यूनियन ने प्रबंधन को ठहराया जिम्मेदार।
इस पर इंटक यूनियन के अध्यक्ष दिलीप कुमार वर्मा ने संयंत्र प्रबंधन और ठेकेदार कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए। कहा “यह हादसा संयंत्र की लापरवाही और श्रमिक सुरक्षा उपायों में चूक के कारण हुआ है। प्रबंधन को सुरक्षा के मानकों का पालन करना चाहिए। ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।”
प्रबंधन की लापरवाही पर उठे सवाल घटना के बाद से संयंत्र प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। श्रमिकों ने आरोप लगाया है कि संयंत्र में सुरक्षा उपकरणों और उचित प्रशिक्षण की कमी है। जिससे श्रमिकों की जान जोखिम में पड़ रही है। घटना की जांच के लिए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सुहेला थाना प्रभारी ने कहा कि सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटना की अन्य तकनीकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
अवगत हो की यहां के निरंतर घटना से सरकार और श्रम विभाग पर भी सवाल खडी कर रही है। यह घटना राज्य सरकार और श्रम विभाग के लिए भी एक चेतावनी है। प्लांट में श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और ठेकेदार कंपनियों को जवाबदेह बनाना सरकार की जिम्मेदारी है।श्री रायपुर सीमेंट प्लांट का यह हादसा एक बार फिर श्रमिकों की सुरक्षा और प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है। इस घटना से न केवल अशोक सिंह का परिवार प्रभावित हुआ है, बल्कि अन्य श्रमिकों के मन में भी भय का माहौल पैदा हो गया है। सरकार, प्रबंधन और संबंधित विभागों को इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।