रायपुर : बीते 5 दिसंबर दिन गुरूवार को अखिल भारतीय सीमेंट वर्क्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इंटक यूनियन की वार्षिक अधिवेशन हैदराबाद के नारायणगुडा मे स्थीत जी एस आर भवन में आहुत किया गया था। जिसमे पुर्व सांसद व इंटक यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष परम सम्माननीय डां. श्री संजीव रेड्डी जी ने अध्यक्षता कीया। वही राष्ट्रीय महासचिव श्री देवराज सिंह जी मुम्बई, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तुलसीदास सनाड्य के साथ राजस्थान के इंटक यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व केबिनेट मंत्री दर्जा राजेश्वर श्रीमाली जी आदि रहे ।
बता दे कि अखिल भारतीय सीमेंट वर्क्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इंटक यूनियन के इस वार्षिक सम्मेलन में पुरे देश भर के अलग अलग राज्यों के सीमेंट संयंत्रों के इंटक यूनियन के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। इस अधिवेशन में पहली पारी में औपचारिक अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया गया ।तत्पश्चात त्रैवार्षिक निर्वाचन के तहत पुन: हैदराबाद के पूर्व सांसद डॉ श्री संजीव रेड्डी जी को सर्व सम्मति से अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
ज्ञात हो कि अगली कडी मे राष्ट्रीय महासचिव श्री देवराज सिंह जी के द्वारा अधिवेशन की मुख्य विषयों व उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए। सभा को मौखिक व लिखित प्रतियां भेंटकर सभी को अवगत कराया। वही राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष तुलसीदास सनाड्य जी के द्वारा वार्षिक लेखाा जोखा का व्योरा प्रस्तुत किया गया।जिसमे कोष मे मद नही होने के साथ इस फेडरेशन के संबंधीत सभी संयंत्रों के इकाईयों मे सक्रीय इंटक यूनियन के कर्मचारियों व युनियन पदाधिकारियों के द्वारा सदस्यता शुल्क व डोनेशन नही दिये जाने की समस्या व गैरजिम्मेदाराना कार्य पर चिंता व्यक्त करते हुए। यह जानकारी दिया ।
गौरतलब हो कि अखिल भारतीय सीमेंट वर्क्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इंटक यूनियन के इस अधिवेशन में शामिल सभी डेलीगेट्स को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ श्री संजीव रेड्डी जी ने कहा कि वर्तमान समय संघर्षपूर्ण है। अब भाजपा की सरकार उद्योगपतियों का सरकार है। जो मजदूर विरोधी व निरंतर शोषण करने वाली सरकार है। जो अब उद्योगों को सरकार के इशारे पर ही नितिया बना कर चला रहे हैं। वही आगे रेड्डी जी ने कहा कि यह दुखत बात है कि अब के मजदूर अपने हक के लिए एक दुसरे का सहयोग नही देती है। सभी संयंत्रों मे वेजबोर्ड कर्मचारी समाप्त हो रहे हैं। वही ठेकाश्रमिको की संख्या बढती जा रही है। सभी जगह ठेकाश्रमिको के द्वारा जिम्मेदारी का काम बीना किसी योग्य वेतन सुविधाओं के काम कर रहे हैं। इस प्रकार से उद्योगोंपतियो के द्वारा निरंतर शोषण किया जा रहा है। अब न ही बचे खुचे वेजबोर्ड लाभान्वित कर्मचारी सुरक्षित है। न ही ठेकाश्रमिक सुरक्षित है। इस लिए सभी को एक दुसरे मे तालमेल बिठा कर सहयोग के साथ मीलकर रहने की बात कही। दुसरे वक्ता के रूप में राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश्वर सिंग श्रीमाली जी ने कहा कि मजदूरों का जीवन हमेशा संघर्षरत रहा है। जो सही श्रमिक व यूनियन के पदाधिकारी होते हैं। उन्हें बहुत से कठीनाईयो का सामना करना पडता है। जिसमे किसी प्रकार का निजि स्वार्थ, लालच, बेईमानी करने की आदत आदि नही होती वही हर हाल मे अडीग व सटीक होता है। यह बाते उन्होंने ने अपने संघर्षो की बातो को व्यक्त करते हुए कहा। इस प्रकार से सभी मुख्य व राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
बैठक के मुख्य विचाराधीन बिंदु ये रहे
अवगत हो की अखिल भारतीय सीमेंट वर्क्स फेडरेशन ऑफ इंडिया इंटक यूनियन के इस वार्षिक सम्मेलन में बहुत से महत्वपूर्ण विषयों पर सुझाव विचार, अनुभवों को रख कर चर्चा किया गया। जिसमे विशेषज्ञ रूप पुरे पहला : भारत के सभी उद्योगों मे परमानेंट वेजबोर्ड के लाभान्वित कर्मचारियों की भर्ती नही की जा रही है। दुसरा : ठेका प्रथा को सरकार व उद्योगपतियों के द्वारा निरंतर बढावा दिया जा रहा है। तीसरा : समान काम समान वेतन की अनियमितता का खात्मा न होना। चौथा : केन्द्र व राज्य सरकारों के द्वारा कारखाना श्रमिकों के हित में कुछ ही नाम मात्र की औपचारिक रूप से घोषणा तो की जाती है। पर उसे उद्योगपतियों के द्वारा पालन नही कराया जाता है। मसलन- 58 साल मे सेवानिवृत को बढाकर 60 करने, न्यूनतम मजदूर दर नही देने, चिकित्सा लाभ नहीं देने, सुरक्षा मानकों का अनुपालन आदि। पांचवा : ठेका पथा को सरकार व उद्योगपतियों के द्वारा बढावा दिया जाना। ठेका श्रमिको के वेतन भत्ते व सुविधाओं के संबंध मे बडी समस्याओं का सामना आदि।इसके अलावा सुरक्षा से संबंधित बाते, पदाधिकारियों व सदस्यों के द्वारा निस्क्रियता, आर्थिक सहयोग व वार्षिक सदस्यता न पटाना जिससे यूनियन दि ब दिन कमजोर होती जा रही है। इस प्रकार से सबसे बडी और अधिक समस्या ठेकाश्रमिको का रहा है। जिसपर 6 दिसंबर को अलग से सेशन रखा गया। जिसमे केवल ठेकाश्रमिको के बीच बैठक कर विचार विमर्श कर सूचीबद्ध किया गया। जिसमे राष्ट्रीय महासचिव देवराज सिंह जी के द्वारा सभी विचाराधीन विषयों पर बात उठाने की बात कही गई।
इस अधिवेशन में अपने इकाई के श्रमिको से संबंधित समस्याओं व यूनियन के द्वारा किये गये कार्यों से संबंधित समस्याओं, सुझावों को फेडरेशन मे मंच के माध्यम से उपस्थित यूनियन पदाधिकारियों के द्वारा रखा गया। जिसमे मंच पर अपनी संघर्षो, समस्याओं को लेकर बात रखा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के अल्ट्राटेक डाला सीमेंट वर्क्स के उत्तम मिश्रा , छत्तीसगढ़ श्री रायपुर सीमेंट खपरा डीह जिला बलौदाबाजार से दिलीप कुमार वर्मा, अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स से राजेन्द्र कुमार साहू, अंबुजा अडानी सीमेंट से चेतेंद्र वर्मा, अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स के ठेकाश्रमिक यूनियन से नरेंद्र कुमार यादव व कमलेश वर्मा, संजय कुमार सेन, के आलावा सभी यूनियन के प्रतिनिधियों के द्वारा विचार मंच के माध्यम से रखा गया।
ज्ञात हो कि इस वार्षिक सम्मेलन में अलग अलग राज्यों मसलन: छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उडीसा आदि के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही। जिसमे छत्तीसगढ़ की सबसे ज्यादा उपस्थिति दर्ज किया गया। जिसमे छत्तीसगढ़ से अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स से उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार साहू, कोषाध्यक्ष ओंकार शर्मा, सचिव सूरज पात्रो, शेखसमशुद्दीन, छन्नूलाल कुर्रे, संजय सेन आदि ।वही अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स के छत्तीसगढ सीमेंट एवं खदान कल्याणकारी श्रमिक संघ बहेसर इंटक यूनियन के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार यादव, महासचिव कमलेश वर्मा, उपाध्यक्ष रोम दास बर्मन, सत्येन्द्र सोनी, गंगाधर आदि रहे।
अंबुजा अदानी सीमेंट रावन बलौदा बाजार भाटापारा से इंटक उपाध्यक्ष श्री चेतेंद्र कुमार वर्मा, महासचिव श्री राधेश्याम भतपहरे, न्यूवोक्को विस्टा सीमेंट प्लांट से महासचिव श्री कैलाश वर्मा,अनिल कुमार खुंटे, महेश्वर बांधे, जगमोहन घृतलहरे, तो वही श्री रायपुर सीमेंट खपरा डीह से इंटक अध्यक्ष
श्री दिलीप कुमार वर्मा,लोकनाथ साहु,लेखराम यादव,रहे। वही
अल्ट्राटेक सीमेंट हिरमी से महासचिव गणेशाराम साहू, उपाध्यक्ष अजीत कुमार पांडे आदि सामिल हुए।उत्तर प्रदेश डाला सीमेंट वर्क्स सोनभद्र से अध्यक्ष उत्तम मिश्रा जी रहे।
गुजरात अंबुजा सीमेंट से बाबु भाई बराद, जीतेंद्र पंचाल जी, दलपत सिंह जी, उम्र खायी सिक्का कमल छाप, आंध्रा सीमेंट से पी वी रामानायडू जौरी सीमेंट, सिधैश्वर रेड्डी आदि। इसके अलावा बहुत से संयंत्रों के इंटक यूनियन वेजबोर्ड व ठेकाश्रमिक इंटक यूनियन के पदाधिकारियों की उपस्थिति रही।