

रायपुर : कैबिनेट मंत्री लखन देवांगन को बीजेपी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है। लखन देवांगन को जवाब देने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।
रायपुर/ 8 मार्च को कोरबा निगम सभापति चुनाव में बीजेपी के बागी नूतन सिंह ने जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में बीजेपी की तरफ से हितानंद अग्रवाल प्रत्याशी थे। इस चुनाव से पहले बंद कमरे में एक लंबी बैठक हुई थी। सभापति चुनाव के लिए रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा ने पर्यवेक्षक के रूप में बैठक ली थी। बैठक में पार्षदों को मनाने का प्रयास किया गया था। ज्यादातर पार्षद नूतन सिंह के पक्ष में थे, लेकिन संगठन ने हितानंद अग्रवाल के नाम पर सहमति जताई थी और उन्हें सभापति का आधिकारिक प्रत्याशी बनाया था।
इस मीटिंग में नूतन सिंह को मनाने की कोशिश की गई थी। लेकिन हितानंद को आधिकारिक प्रत्याशी बनाने के बीच नूतन वॉशरूम जाने के बहाने मीटिंग से निकल गए और सभागार चले गए थे। यहां उन्होंने सभापति पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया। जब वोटिंग हुई तो बीजेपी के 42 पार्षदों में से 33 ने नूतन सिंह को वोट दिया।
सभापति के चुनाव के बाद मंत्री लखनलाल देवांगन ने मीडिया में बयान दिया था। उन्होंने बीजेपी के बागी नूतन सिंह को बधाई देते हुए कहा था कि पार्टी ने हितानंद अग्रवाल को घोषित था। सभा पार्षदों ने एकजुट होकर नूतन सिंह को समर्थन दिया। सबका फैसला मान्य है और हमारा उनको सहयोग रहेगा। देवांगन के इसी बयान को बीजेपी ने अनुशासनहीनता माना है। साथ ही नोटिस में प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव के निर्देश पर 48 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया है।
