जगदलपुर (जयराम धीवर) 16 दिसम्बर : तीन दिवसीय बस्तर ओलम्पिक का समापन कल 15 दिसम्बर को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मुख्य आतिथ्य में बस्तर संभागीय मुख्यालय जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में हुआ। मुख्य अतिथि के उपस्थित में आज महिलाओं की रस्सा खींच तथा महिलाओं एवं पुरूष वर्ग का रिलेरेस प्रतियोगिता का फायनल मुकालबला एवं नक्सली हिंसा के शिकार हुए दिब्यांगजनों के मध्य ट्रायसायकल रेस प्रतियोगिता का फायनल मुकाबला खेला गया। जिसमें महिला वर्ग के रस्सा खींच प्रतियोगिता में नवा बाट आम्मसमर्पित पूर्व महिला नक्सलियों की टीम विजयी रही। इसी तरह रिलेरेस प्रतियोगिता में बस्तर की टीम विजयी रही है। बस्तर ओलम्पिक में ओवर ऑल चैम्पियंस का खिताब बस्तर जिला को दिया गया।
बस्तर ओलम्पिक में बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों के जूनियर एवं सीनियर वर्ग में महिला एवं पुरूषों की टीमों ने हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता में पहले जोन स्तर फिर जिला स्तर पर प्रतियोगिता हुई इस प्रतियोगिता में कुल मिलाकर एक लाख 65 हजार खिलाडिय़ों ने भाग लिया, जिसमें से 2904 खिलाड़ी संभागीय स्तरीय बस्तर ओलम्पिक में पहुंचे थे। इन खिलाडिय़ों में 318 आत्मसमर्पित पूर्व नक्सलियों ने भी बस्तर ओलम्पिक में शामिल 11 खेल विधाओं में भाग लिया था।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णदेव साय तथा उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को साधुवाद दिया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि बस्तर ओलम्पिक में शामिल सातों जिलों के लोगों ने हिस्सा लिया इसके साथ ही हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में शामिल हुए आत्मसमर्पित नक्सलियों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बस्तर ओलम्पिक बस्तर की नई पहचान बन रही है, यह बस्तर के पहचान की यश गाथा है।
यह प्रतियोगिता बस्तर में नक्सलियों के ताबूत पर अंतिम कील ठोकने का काम करेगा। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अभी कह रहे हैं कि बस्तर बदल रहा है। अच्छी बात है लेकिन 2026 के बस्तर ओलम्पिक में जब मैं आऊंगा तो मैं कहूंगा कि अब बस्तर बदल गया है। श्री अमित शाह ने कहा कि इस बस्तर ओलम्पिक की सकारात्मक ऊर्जा लोगों को लगत रास्ते पर जाने से रोकेगा। आने वाला समय में बस्तर ओलम्पिक, बस्तर कल्याण का माध्यम बनने वाला है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह का मार्गदर्शन छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बड़ा महत्वपूर्ण रहता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इतने बड़े आयोजन तथा अधिक अधिक मात्रा में खिलाडिय़ो का उत्साह पूर्वक भाग लेना आयोजकों के लिए बड़ी चुनौतीपूर्ण था, लेकिन सभी के सहयोग से बस्तर ओलम्पिक के सफल आयोजन के लिए सभी को साधुवाद दिया।
उन्होंने इस आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के युवाओं को खेल के माध्यम से साकारात्मक दिशा में ले जाने में सफल रहे हैं। इस आयोजन के माध्यम से हमने युवाओं को शासन प्रशासन से जोड़कर विकास के कामों में सहभागी बनने की ओर उन्मुख किया है।
बस्तर ओलम्पिक के समापन समारोह में आठ दलों द्वारा आकर्षक परेड किया गया जिसमें एक दल आत्मसमर्पित नक्सलियों की थी। इस अवसर पर बस्तर परब नृत्य तथा बस्तर के नक्सली आतंक पर आधारित एक प्रहसन का प्रदर्शन केन्द्रीय गृहमंत्री के सम्मुख किया गया।
कार्यक्रम के अंत में बस्तर ओलम्पिक के ध्वज को सम्मान उतारकर अगले आयोजन तक के लिए केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सौपा गया इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर ओलम्पिक के विधिवत समापन की घोषणा की।
बस्तर ओलम्पिक के समापन अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, वन मंत्री केदार कश्यप, क्षेत्रीय विधायक किरण देव सहित बस्तर के अनेक जनप्रतिनिध, खिलाड़ी, अधिकारी एवं कर्मचारी तथा गणमान्य नागरिक भारी संख्या में उपस्थित थे।