रायपुर : सी बी आई, ई डी, आई टी जैसे संस्थानों को हथियार बना कर वसूली का धंदा करने वाले खुद दे रहे सट्टा एप्प को भी संरक्षण। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया पैनलिस्ट अभिमन्यु मिश्रा ने भाजपा की बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा है कि आज़ाद भारत के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी कौन हैं ये आज सबके सामने है, सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड को असंवैधानिक मानते हुए पूरा डेटा एस बी आई से मंगा उससे जो सामने आया वो चौंकाने वाले आंकड़े थे, उसमे यह दिखा की कई कंपनियों ने अपने मुनाफे से भी ज़्यादा भाजपा को चंदा दिया किसी ने चंदा दिया ठेका लिया तो किसी के पास छापा पड़ने के बाद उसने चंदा दिया और छापे रुक गए। यहाँ तक कि पुलवामा हमले के समय पाकिस्तानी कंपनी से भी चंदा लिया गया इस तरीके से हज़ारो करोड़ डकार गए जो कि प्रथम दृष्टया तो यही समझ पड़ता है कि इलेक्टोरल बांड आज तक का सबसे बड़ा घोटाला है।
इतना सब सामने आने के बाद भी जब भाजपाई बड़ी बेशर्मी से दूध के घुले बन जाते हैं और विपक्षी पार्टियों पर विपक्षी नेताओं पर झूठे आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर देते हैं साम्प्रदायिकता फैलाने दंगे फैलाने उतारू हो जाते हैं, हाल ही में राजनांदगांव लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का नाम दबावपूर्वक महादेव एप्प के एफ आई आर में डाला गया है जिससे यह स्पष्ट है कि किस कदर भाजपा व संतोष पांडेय डरे हुए हैं इसलिए शुरुआत से ही हिन्दू मुस्लिम राग अलाप किये पहले फिर जब कुछ नही हुआ तो महादेव एप्प ले आये अगर इतनी ही हिम्मत है तो आरोप लगाना छोड़ खुद भाजपा के इलेक्टोरल बांड पर जवाब दें मुद्दों पर चुनाव लड़े क्योंकि हर मुद्दे पर आंकड़ो में सरकार फेल है चाहे भुखमरी सूचनांक हो चाहे भ्रष्टाचार सूचनांक हो चाहे जी डी पी देखें चाहे रुपये और डॉलर पे बात करें महंगाई पर बात करें डीजल पेट्रोल गैस पर बात करें आज यह सब यह जानते हैं कि कौन विधायक खरीद कर सरकार बनाता है कौन करोड़ो अरबों अपनी छवि चमकने पर खर्च करता है, महादेव एप्प आज से नही पिछले 10 साल से चल रहा है और आज तक चल रहा है सबसे पहले उसपर कार्यवाही तत्कालीन मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस सरकार व भूपेश बघेल ने की, किसी भी एप्प को बंद करना केंद्र सरकार के हाथ मे होता है फिर भी महादेव एप्प बंद नही हुआ और अब तो विष्णु के सुशासन में सांय सांय चल रहा है, फ्यूचर गेमिंग नामक कंपनी ने 1300 करोड़ का चंदा भाजपा को दिया जिससे भी यह साफ होता है कि ऐसी गेमिंग कंपनियां भी भाजपा को फंडिंग करती हैं, इसलिए किसी भी प्रकार के झूठे आरोप प्रत्यारोप करने से पहले भाजपा को अपने गिरेबां में झांकने की ज़रूरत है और उन सब सवालो के जवाब देने की ज़रूरत है जो उनके ऊपर उच्चतम न्यायालय द्वारा उठाये जा रहे हैं जिसपर वे चूं तक नही कर पा रहे हैं ।