रायपुर (जयराम धीवर की रिपोर्ट) 14 जुलाई : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण मलेरिया और डायरिया जैसे बीमारियों से आदिवासियों कि जाने जा रही है।
बस्तर से ले कर कवर्धा तक लोग मलेरिया डायरिया से मर रहे है।बीजापुर के भोपालपटनम मे एक बच्ची की मौत मलेरिया से हो गयी।
कवर्धा जिले के चिल्फी के पास सोनवाही गांव मे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र संरक्षित बैगा जनजाति के पांच लोगो कि उल्टी और दस्त के बाद मौत हो गयी है। इस गांव मे शुद्ध पेय जल कि व्यवस्था नहीं है पूरे गांव मे मलेरिया और डायरिया फैला हुआ है। पांच लोगो कि मौत के बाद भी सरकार सिर्फ लीपा पोती मे लगी है मौतो को नकारा जा रहा संख्या कम बताइ जा रही है। राहत और बचाव के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कि जा रही है। पांच लोगो के परिवार मे सिर्फ एक मच्छर दानी दी गयी है पूरे गांव मे मलेरिया फैला है सरकार इतनी खस्ताहाल हो चुकी है कि उसके पास मच्छर दानी खरीदने के पैसे नहीं है।कुँआ का वाटर ट्रीटमेंट नहीं करवाया गया। गांव के लोगो को पीडी एस का राशन भी नहीं मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच साल के दौरान हाट बाजार क्लिनिक और मेडिकेटेड मच्छर दानियों के वितरण से बस्तर सरगुजा कवर्धा जशपुर के आदिवासी अंचलो मे मलेरिया और डायरिया से लोगो कि मौतो मे विराम लग गया था। बहुत ही दुर्भाग्य जनक है कि छह माह मे ही साय सरकार ने दूरस्थ अंचलो की स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर दिया है स्वास्थ्य केंद्र मे डाक्टरों की उपलब्धता नहीं है तो दुर्भावना पूर्वक हाट बजार क्लिनिक योजना को बंद कर दिया इस योजना के माध्यम से आदिवासी अंचल मे लोगो को सहज प्रारम्भिक इलाज मिल जाता था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा की आदिवासी मुख्य मंत्री बनने के बाद आदिवासी क्षेत्र के लोगो को उम्मीद थी की मुख्य ।मंत्री उनके लिए अतिरिक्त संवेदनशीलता दिखाएगे लेकिन दुर्भाग्य जनक है की उनके राज्य मे आदिवासी सबसे ज्यादा असुरक्षित है। विष्णु देव साय आदिवासियों की जीवन रक्षा नहीं कर पा रहे है।
पीसीसी अध्यक्ष ने सरकार से मांग की है की कवर्धा के सोनवाही मे मृतकों के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा तत्काल दिया जाय वन क्षेत्रो मे स्वास्थ्य सुविधाएं तत्काल बढ़ाई जाय। हाट बाजार क्लिनिक शुरू किया जाय स्वास्थ केंद्र मे डाक्टर की नियुक्ति शीघ्र हो। मलेरिया और डायरिया के जाँच और इलाज के लिए केम्प लगाए जाय।