धरसीवा : विगत माह से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी भारी पैमाने पर चल रहा है। धान खरीदी को लेकर जोहार छतीसगढ़ पार्टी द्वारा सभी धान खरीरी केंद्रों में जाकर प्रत्यक्ष निरीक्षण एवं किसानों की समस्याओं का जायजा स्वयं जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के अध्यक्ष श्री अमित बघेल सहित योगेश साहू जिला अध्यक्ष रइपुर ग्रामीण, सोनू साहू जिला उपाध्यक्ष जोहार ,लोकेश कुमार सतनामी खरोरा खंड अध्यक्ष,धरसींवा खण्ड अध्यक्ष जागेश्वर साहू, रघुवीर टंडन, सुमित ध्रुव मीडिया प्रभारी, अजय वर्मा, गोविंद वर्मा, तारण साहू, नागेश्वरी पाल, लता वर्मा, सरस्वती यादव, कौशल, मनोहर, लिकेश, गणेश वर्मा, अजय देवांगन, राहुल नशीने, तेज राम देवांगन, महेश, मुकेश वर्मा व विभिन्न जिलों एवं ब्लक स्तर पर पदाधिकारियों का निरंतर सक्रिय दौरा चल रहा है।
इसी तारतम्य में आज दिनांक 7 जनवरी’ 2025 को मांढर, नगरगांव, मोहदी, कुरा, पंढरभट्ठा, ख़ौना, सारागांव, रायखेड़ा, बरतोरी, निलजा सहित विभिन्न धान मंडियों का सीधा निरीक्षण एवं ” किसान-धान समाधान” के तहत किया गया । धान खरीदी केंद्रों में भारी पैमाने पर अव्यवस्था और धान तौलाई में निर्धारित बारदानों, धान बोरियों के भार में औसतन 520 ग्राम के माप के विरुद्ध 1100/1200 ग्रामों का अधिक तौल लेकर 40.500 किलो के बदले 41 किलो, 41.50 किलो का बोरी तौला जा रहा है। इससे किसानों को प्रति बोरी 1.5 से 2.0 किलो का नुकसान हो रहा है, इसका मतलब है प्रति एकड़ 21 क्वींटल के विरूद्ध में प्रति एकड़ 1500 से 2000 रुपयों का नुकसान हो रहा है। धान तौलाई में प्रयुक्त इलेक्ट्रानिक मापक मशीन में भी भारी अंतर से प्रत्येक केंद्रों पर प्रत्यक्ष जांच में गड़बड़ी पाया गया है। धान उठाव में धरम कांटा में मंडी व्यास्थापकों को कई राईसामिल मालिकों द्वारा कम तौल बताकर प्रति एक औसतन 2.50 से 3.00 क्विंटल का अंतर कमी बताकर प्रत्येक कांटा तौल पर अनाधिकृत दबाव की स्थिति का लाभ और अव्यवस्था से बंदरबांट का लाभ व्यापारियों को ही होगा। समीति प्रबंधकों को एवं धानखरीदी के जिम्मेदार कर्मचारियों को बाद में इसके अंतर का खामियाजा भुगतना पड़ेगा, इसके लिए उन्हें आर्थिक और मानसिक प्रताड़ना भविष्य में निश्चित ही झेलना पड़ेगा। किसानों को एकमुश्त 3100/- रुपये देने की गैरंटी योजना के तहत वादा कर 2300/- प्रति क्विंटल भुगतान कर रही है। जबकि 72 घंटों के भीतर एकमुश्त भुगतान का वादा व भरोसा दिया गया था जो कि अब सरकार नही निभा पा रही है।
किसानों को धान के क्वालिटी और नमी को ले कर तंग किया जा रहा है, इस प्रकार छत्तीसगढ़ के सभी धान खरीदरी केंद्रों में भारी पैमाने पर अव्यवस्थाएं देखी जा रही है। किसानों के तरफ से इन समस्याओं के निदान और उनकी बातों पर पहल करने के लिए कोई जनप्रतिनिधि सामने नहीं आ रहा है, ऐसे में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी लगातार साक्षात पहल और सभी केंद्रों का दौरा करके उनके वास्तविक समस्याओं के हल के लिए पहल की जा रही है और इन प्रयासों का किसानों ने स्वागत और समर्थन दिया है।
किसान बड़ा या सिस्टम की कार्यप्रणाली
श्री बघेल ने कहा कि 21 किं. प्रति एकड़ धान खरीदी के विपरीत में 20 क्विंटल 80 किलो धान की खरीदी की जा रही है जिसमे 20 किलो धान की तौलाई नही की जा रही है जिसका कारण तकनीकी (कंप्यूटर सिस्टम) को बताया जा रहा। जिससे किसानों का लेना देना नहीं। अपितु सरकार को सिस्टम सुधारने की जरूरत है। श्री बघेल ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा किसानों को रकबा सरेंडर करने कहा जा रहा है। क्या इस सरेंडर रकबे का सीधा फायदा राइस मिलर को पहुंचाने का षडयंत्र तो नही यह सवाल बड़ा है कि इस मंशा के पीछे भ्रष्टाचार को बढ़वा देना तो नही है ।
मजबूत एवम् स्वस्थ क्षेत्रीय राजनिनितिक पार्टी का विकल्प देने जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी प्रतिबद्ध: आज आम जन मानस की चाहत है कि छत्तीसगढ़ में ऐसा तीसरा विकल्प बने जो मूल छत्तीसगढ़या समाज के पैमाने पर खरा उतरे। ज्ञात हो कि जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने 2023-24 के विधानसभा चुनाव में अपना हाथ आजमाया था और केंद्रीय अध्यक्ष अमित बघेल खुद धरसींवा विधानसभा से उम्मीदवार थे। अमित बघेल का कहना है कि क्षेत्रीय मुद्दों को उजागर कर छत्तीसगढ़ में जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी छत्तीसगढ़ की राजनीतिक समीकरण जरूर बदलेगी।
धान खरीदी के अव्यवाहारिक एवं विभिन्न प्रकार के विसंगतियों के निराकरण के आभाव में धान खरीदी में भारी धांधली और व्यवस्थापन और मिल मालिकों के बीच भ्रष्टाचार का स्वतः खुलासा हो रहा है। इस पर शासन और विभाग के द्वारा ख़रीदी नीति ना बनने से किसानों को भारी नुकसान का सामना कारना पड़ रहा है। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने प्रदेशभर में अपने पदाधिकारी को सभी प्रकार से किसानो के हित में किसान धान समाधान कार्यक्रम जारी करके सक्रिय दौरा करने निर्देश दिया गया है।