तिल्दा नेवरा : समीपस्थ ग्राम कोटा में प्रतिवर्षानुसार संत शिरोमणी परम पूज्य गुरू घासीदास जयन्ती के पावन पर्व पर त्रिदिवसीय गुरूगद्दी पूजा का शुभारंभ 15 दिसम्बर को किया गया।भंडारपुरी के गद्दी नशीन बलवंत गुरू के आतिथ्य में आरती व मंगल भजन करते हुए मंच तक लाया गया।
सर्वप्रथम गुरू गद्दी की पूजा अर्चना बलवंत साहेब के द्वारा किया गया।मंच पर आसन ग्रहण करते ही समस्त ग्राम वासी गुरू चरण वंदना के लिए कतार बद्ध अनुशासित होकर नतमस्तक होकर गुरू से आशिर्वाद लिए। मंच संचालन करते हुए भागीरथी पान्से ने गुरू घासीदास बाबा के उपदेश पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्य के रास्ते पर चलते हुए अपने जीवन को सफल बनाएं।
गुरू बलवंत साहेब ने अपने अमृत वचन में अंधविश्वास और रूढ़िवादी से दूर रहने और बाबा के बताए सत्य के मार्ग पर चलने पर बल दिए। शिक्षा ही सर्वागीण विकास का सीढ़ी है जिस पर विकास की ऊंचाई को प्राप्त किया जा सकता है।
जिला पंचायत रायपुर के सभापति और किसान नेता राजूलाल शर्माजी का आगमन हुआ। शर्माजी का मंच पर स्वागत किया गया।पश्चात बलवंत साहेबजी ने बहुत ही प्रेरणादायी और मर्मस्पर्शी गुरू घासीदास आरती सुनाए जिसे सभी मनविभोर होकर आत्मसात किए।राजूशर्माजी ने अपने संबोधन में कहा कि समाज को ऊपर उठने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है।”बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ” के जगह अब “बेटा पढ़ाओ बेटा बचाओ” का नारा जरूरी हो गया है। लोगों में बढ़ती नशापान से परिवार में कलह और गरीबी पनपता है जिसे दूर करना नितांत आवश्यक है।सब मिलकर प्रयास करें और संकल्प लें कि नशारूपी भयावह राक्षस को जड़ सहित नष्ट कर समाज को नई दिशा प्रदान करें।कार्यक्रम में महेंद्र सोनवानी,संजय पान्से,सेवन मार्कण्डेय, कैलाश सोनवानी,तोरण सोनवानी,जगमोहन सोनवानी,नंदलाल कुर्रे,जगदीश धीरज, सोनू जांगड़े, हेमंत भारती,विनय पान्से,अमरदास सोनवानी,तरूण, गीतू, आनंद राम, आकाश सहित समस्त ग्रामवासी व महिलाएं उपस्थित रहे।
दिनांक 16 दिसम्बर को पंथी नृत्य का आयोजन होगा।दिनांक 17 दिसम्बर को भव्य शोभायात्रा का कार्यक्रम होगा साथ ही पंथी मंगल भजन प्रस्तुत किया जाएगा।रात्रि बारह बजे के बाद बाबाजी के नाम से केक काटकर हर्षोल्लास के साथ जयंती मनाया जाएगा।