पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या की गुत्थी सुलझी 3 गिरफ्तार 1 मुख्य की तलाश

Rajendra Sahu
4 Min Read

बस्तर : बीते कल बीजापुर मे एक पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले प्रकाश में आया था । जीसके बारे मृत जानकर पुरे छत्तीसगढ़ में पत्रकारों मे आक्रोश के साथ विरोध प्रदर्शन तूल पकड़ लिया है। जो की अब चरम पर है। सुप्रसिद्ध यूट्यूबर व पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हो गयी है। जीसके तहत अब तक 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिनके नाम रितेश चंद्राकर को रायपुर एयरपोर्ट से, जबकि महेन्द्र रामटेके और दिनेश चंद्राकर को बीजापुर से पकड़ा गया है।वही 1और मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।

IMG 20250104 WA0009

बता दे कि पुलिस के अनुसार पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्याकांड के मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को बताया गया है। जो कि अब भी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए चार विशेष टीमें गठित कर संभावित ठिकानों पर घेराबंदी की जा रही है। बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि 1 जनवरी की रात करीब 8:30 बजे पत्रकार मुकेश चंद्राकर लापता हो गए थे। उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने 2 जनवरी को बीजापुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। तब पुलिस ने मृतक की अंतिम लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी को ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े की तलाशी ली। 3 जनवरी को सुरेश चंद्राकर के बाड़े में स्थित एक सीमेंट से बंद किए गए सेप्टिक टैंक को खोला गया। जिसमें मुकेश चंद्राकर का शव मिला।

IMG 20250104 WA0008

जाने ये रही हत्या की मुख्य वजह

गौरतलब हो कि इस मामले में पूछताछ में पता चला कि रितेश चंद्राकर और मुकेश चंद्राकर रिश्तेदार थे। 1 जनवरी की रात दोनों के बीच पारिवारिक विवाद को लेकर बहस हुई। इसके बाद रितेश चंद्राकर ने सुपरवाइजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चंद्राकर पर लोहे की रॉड से हमला किया। जिससे उनकी मौत हो गई। हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए मुकेश चंद्राकर के शव को सेप्टिक टैंक में डाल दिया गया। फिर उसके बाद उसी शैफ्टींग टैक को नये सिरे से सीमेंट की बनाई कर फ्लोरिंग कर दिया गया ।

अब तक पुलिस की कार्रवाई ये है

ज्ञात हो कि इस घटना मे पुलिस ने घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए हैं। वही तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। फरार मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर की संपत्तियों और बैंक खातों की जांच की जा रही है। सुरेश के तीन बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।इसके अलावा पुलिस प के द्वारा SIT गठित: मामले की जांच के लिए एएसपी आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन कर दिया गया है। इस मा मे I G का बयान भी आया है। जो कि बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने कहा कि हत्या के इस प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट पेश की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक अपराधी ठेकेदार का अवैध निर्माण के जांच कर पुलिस और प्रशासन ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के अवैध रूप से बनाए गए, बाड़े को भी ध्वस्त कर दिया है। यह मामला न केवल पत्रकारिता जगत के लिए एक झटका है। बल्कि कानून-व्यवस्था की गंभीरता को भी दर्शाता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और SIT की जांच से इस मामले में न्याय मिलने की उम्मीद है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *