राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ की महिला बास्केटबॉल खिलाडी कालवा राधा राव, जिन्हें बास्केटबॉल खेल में छत्तीसगढ़ शासन ने उत्कृष्ट खिलाडी अवार्ड से सम्मानित किया है। वे छत्तीसगढ़ की पहली महिला बास्केटबॉल खिलाडी भी बनी जिन्होंने फीबा डब्ल्यू ए बी सी लेवल वन का कोर्स भी किया है वे छत्तीसगढ़ की पहली महिला बास्केटबॉल खिलाड़ी भी है जिन्होंने बास्केटबॉल खेल में एन आई एस बेंगलुरु से डिप्लोमा कोर्स ए ग्रेड से किया है। वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रशिक्षक भी है। अब कालवा राधा राव के नाम एक अन्य उपलब्धि जुडने जा रही है। उन्हें बास्केटबाॅल फेडरेशन ऑफ इंडिया ने जुनियर भारतीय बास्केटबॉल टीम का चयनकर्ता नियुक्त किया गया है।
बता दे कि वे इंदौर में 8 से 14 मई तक आयोजित जुनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम की चयनकर्ता होगी। इतनी उपलब्धि प्राप्त करने वाली वे प्रदेश की एकमात्र महिला बास्केटबॉल खिलाडी हैं। उल्लेखनीय है कि
कालवा राधा राव स्वयं बास्केटबॉल खेल की उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली खिलाडी रही है जिन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिताओं में स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक प्राप्त किया है। उन्होंने कोच के रुप में भी छत्तीसगढ़ टीम को विभिन्न राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिताओंं में पदक जितायें है।
उन्होंने विभिन्न स्कुल नेशनल, सी बी एस इ नेशनल, एवं सी बी एस इ क्लस्टर बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक, खेलो इंडिया युथ गेम्स में रजत पदक सहित कई राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता में पदक जितायें है। वे अपने उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के कारण खेल कोटे से पूर्व रेल्वे में टी ई के पद पर चयनित हुई एवं 2013 में उन्होंने रेल्वे से त्यागपत्र देकर अपने पति कालवा राजेश्वर राव का कोचिंग में सहयोग कर हाथ बटाने लगी। उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर
नक्सल प्रभावित क्षेत्र एवं वनांचल के रॉ टेलेंटेड बालिकाओं खिलाड़ियों को चयनित कर उन्हें निःस्वार्थ निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी जिंदगी में बदलाव लाने का बीड़ा उठाया जिसे वे आज भी कर रही है।
उन्होंने वनांचल एवं नक्सल प्रभावित इलाके के युवा प्रतिभाओं को निखारने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कई बच्चे मेडलिस्ट बने, कुछ ने नेशनल जीता। राधा राव की लगन ऐसी थी कि कोरोना काल में भी बाकायदा ऑनलाइन ट्रेनिंग देती रहीं ताकि
बच्चे अभ्यास से दूर न रहें। इनकी बदौलत ट्राइबल एरिया के कई बच्चे जिन्होंने कभी ट्रेन भी नहीं देखी थी वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले
पाए।
10 साल से दे रहीं ट्रेनिंग
कोच राधा पिछले 10 साल से बास्केटबॉल की बारीकियां सिखा रही हैं। उनके पति राजेश्वर राव स्वयं अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच हैं। राधा ने इंडियन स्कूल टीम की कोच रही हैं, जो पेरिस, क्रोएशिया, एडिलेड, सर्बिया, मैं भाग लिया। वे खेलो इंडिया में छत्तीसगढ़ बालिकाओं की टीम को रजत पदक जितवा चुकी है। वे विभिन्न राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता, राज्य स्तरीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता,सी बी एस इ नेशनल और क्लस्टर बास्केटबाॅल प्रतियोगिता में दिल्ली पब्लिक स्कूल एवं युगांतर पब्लिक स्कूल राजनांदगांव की बालक बालिका टीम को स्वर्ण पदक जितवा चुकी है। वे युथ नेशनल, जुनियर नेशनल, खेलों इंडिया नेशनल, सिनियर नेशनल में भी प्रदेश टीम की कोच रह चूकी है।
वे वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन में उत्कृष्ट खिलाडी खेल कोटे नौकरी पाने के लिए प्रयास रत है वे वर्तमान में अपने पति के साथ साई के खिलाड़ियों और युगांतर पब्लिक स्कूल राजनांदगांव और दिल्ली पब्लिक स्कूल राजनांदगांव में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों एवं वनांचल के रॉ टेलेंटेड बालिकाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान कर रही है साथ ही साथ प्रोफेशनल बास्केटबॉल एकेडमी भी संचालित कर रही है। कालवा राधा राव का सपना है कि वनांचल और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को चयनित कर उचित प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचा जाय एवं खेल के द्वारा समाज सेवा का कार्य किया जावें। और वर्तमान में कालवा राधा राव एवं उनके पति कालवा राजेश्वर राव खेल के द्वारा समाज सेवा का कार्य कर इन बच्चों का भविष्य बनाकर इनके जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस नई उपलब्धि प्राप्त करने के लिए कालवा राधा राव को विभिन्न खेल संघों, दिल्ली पब्लिक स्कूल खेलों इंडिया बास्केटबॉल एकेडमी राजनांदगांव, युगांतर पब्लिक स्कूल खेलों इंडिया बास्केटबॉल एकेडमी राजनांदगांव के संचालकगण, खिलाडी, एवं खेल प्रेमी जनता एवं गणमान्य नागरिकों ने बधाईयाँ दी है।