हरियाणा : आज मंगल, 12 मार्च 2024, को घटनाओं के एक आश्चर्यजनक मोड़ में, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आगामी लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही आज मंगलवार को अपना इस्तीफा दे दिया। वही उनके उत्तराधिकारी को लेकर अटकलें तेज हैं। इस दौर में नये मुख्यमंत्री के लिए नायब सैनी और संजय भाटिया प्रतिष्ठित मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे चलता हुआ नजर आ रहा है ।
ज्ञात हो कि यहां सत्तारूढ़ सहयोगियों के बीच बढ़ते तनाव के बीच। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चंडीगढ़ में 11:30 बजे विधायक दल की बैठक निर्धारित की थी। इसके साथ ही उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के द्वारा भी दिल्ली में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की अहम बैठक लेने की बात सामने आई है।
सूत्रों के अनुसार से यहां संकेत मिलता है कि कुछ जेजेपी विधायकों ने चौटाला की बैठक में शामिल नहीं होने का विकल्प चुना। यह ऐसी अफवाहें हैं कि वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संपर्क मे भी निरंतर बने हुए हैं।
बता दें कि यहां इससे पहले के खुलासों से यह भी पता चला था। कि आगामी लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर। यहा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा के साथ चौटाला की चर्चा से भाजपा और जेजेपी के बीच गहरी दरार पैदा हो गई है। सूत्रों ने बताया कि तनावपूर्ण रिश्ते का संकेत दिया। क्योंकि चौटाला ने अमित शाह से भी समय मांगा। हालांकि खट्टर के अचानक इस्तीफे के कारण अनुमानित बैठक नहीं हो सकी। ऐसा माना जाता है कि इस मुद्दे की जड़ में लोकसभा चुनाव में सीटों की हिस्सेदारी के लिए चौटाला की मांगें शामिल थी। इस अनुरोध पर जिसे भाजपा कथित तौर पर स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थी।
गौरतलब हो कि हरियाणा राज्य में लोकसभा २०२३चुनाव के लिए सीट-बंटवारे के समझौते पर पहुंचने पर ही। बडी विफलता के बाद भाजपा और जेजेपी के बीच बिगड़ते रिश्ते चरम बिंदु पर पहुंच गए। यह ध्यान देने योग्य है कि भाजपा ने 2019 के चुनावों के दौरान हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। जिससे गठबंधन की गतिशीलता और जटिल हो गई थी।