तिल्दा नेवरा : मोहर्रम का दिन पैगंबर साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके कुनबे में शामिल लोगों शहादत को याद दिलाता है |
एंकर- आज मुस्लिम समाज तिल्दा नेवरा में यौमे आशूरा के दिन हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों को आज के दिन 10 मोहर्रम को कत्ल कर दिया गया था | इमाम हुसैन ने खुशी-खुशी अपने परिवार को इस्लाम की राह पर कुर्बान कर दिया था। ताकि दुनिया में यह संदेश जा सके कि इस्लाम तलवार की नोक पर नहीं बल्कि अमन के संदेश के बदौलत है |
इमाम हुसैन की याद में आज सुबह 9:00 बजे आशूरा की नमाज अदा किया गया | एक मुहर्रम से 9 मोहर्रम तक जमात खाना में हजरत इमाम हुसैन की शहादत को याद कर मोहर्रम में मजलिसों का सिलसिला जारी था | जहां उलेमा कर्बला की शहादत के बारे में बता रहे थे | और खवातीनो की भी महफिल में मोहर्रम की 1 तारीख से 9 तारीख तक कुरानखानी व तकरीर भी किया गया |
इस अवसर पर मुस्लिम समाज में पैगंबर – ए – इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए ताजिया बनाया जाता है | इसके बाद ताजिया को बस्ती में घुमाया जाता है | जिसमें सभी मुस्लिम भाई शरीफ होते हैं | तथा जगह-जगह लंगर तक्सीम किया जाता है |यह जानकारी अमजद खान ने दिया।