रायगढ : तपस्वीयो, साधु संत, योगीयो के बारे में हम सबने पुराणों, पाठ्यपुस्तकों, कथा कहानीयो मे सुना है। पर वही वर्तमान कलयुग मे तपस्वी के बारे में बताने से हर कोई यक नही करता है । पर यहां हम बताने जा रहे हैं। वर्तमान के महान तपस्वी योग साधक पुरुष श्री सत्यनारायण साहू बाबा जी के बारे में जिन्होने आज से लगभग 22 साल से निरंतर। एक ही जगह पर दिन रात हठयोग में खुले आसमान पर बिना कुछ खाए पीये। लगातार भगवान शिव जी की आराधना कर रहे। धन्य है इनके मां हसमती साहू जी, जो ऐसे चमत्कारी पुरुष को जन्म दिया।
गौरतलब हो कि बाबा सत्यनारायण साहू भारत देश के राज्य छत्तीशगढ़ के अंतर्गत आने वाले रायगढ़ जिले में, रायगढ़ शहर से तकरीबन 16 कि मी के समीप। एक छोटा सा कोसमनारा गांव में जन्म लिया था। जो वर्तमान में कठीन हठयोग तप रायगढ़ शहर के कुछ धुरी पर ही। पिछले 22 साल से निरन्तर जारी।
बता दें कि इनके सामने देश के बड़े बड़े वैज्ञानिक, शोधकर्ताओं व न्यूज मीडिया के द्वारा 24 घंटे कैमरे लगाए गए। फिर भी बाबा सत्यनारायण साहू का पार नही पाये। तब सब ने हार मान लिया। बाबा तो साक्षात शिव शंकर जी का रूप हैं करके।
ज्ञात हो कि वे बचपन से भगवान शिव के बड़े उपाशक थे। जो अपने जीभ को काटकर भगवान शिव के नाम से चढा दिये थे।तब से जहां कटे जीभ रखे। वही से आज पर्यंत 22 साल से कठीन हठयोग तपस्या में लगे हुए हैं। क्या धूप, क्या ठंड, क्या गर्मी, क्या बारिश, बाबा सत्यनारायण साहू के लिए ये सब कुछ भी नहीं है।
जो भी यहां दर्शन करने आया वह धन्य होगया। उनके अंतरात्मा से यही निकला कि ऐसे साधक को धन्य है। हमारे मातृभूमि भारत मां को। जय शिव शंकर ॐ नमः शिवाय। ये जानकारी जरुर आगे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। यह जानकारी बलराम साहू झलप जिला महासमुंद छतीसगढ़ के द्वारा दिया गया।