रायपुर : 21वीं सदी का युग है ,विज्ञान का युग है, और मैं जो बताने जा रहा हूं वह किसी को भी एक पल के लिए वहम ही लगेगा,किंतु सत्य तो सत्य है और सत्य जब प्रमाण के साथ सिद्ध हो तो उसे पर भरोसा करना लाजमी है l
यह घटना कल की है तारीख 7 मई 2024 समय लगभग 8:00 बजे रात्रि ,,,, कल शाम हमारे घर का भतीजा राजू यादव हार्वेस्टर का काम देखने ग्राम सुखरीडबरी गया हुआ था, हार्वेस्टर काम खत्म करने के पश्चात रात्रि लगभग 8:00 बजे सुखरीडबरी और कस्तूर् बोर के मध्य गांव की पगडंडी रास्ते से वह सभी वापस लौट रहे थे, आगे में भतीजा एक अपने मित्र के साथ स्कूटी में थे एवं कुछ दूरी पर हार्वेस्टर भी पीछे-पीछे आ रहा था, इसी बीच अचानक कुछ ऐसा दृष्टिगोचर हुआ जो कल्पना से परे था । भतीजे के बताएं अनुसार बिजली ऑफिस के पास पगडंडी रास्ते पर अचानक से एक तस्वीर गाड़ी के सामने दिखाई दी जो मुश्किल से दो दिन सेकंड के लिए दिखाई दिया l जो हवा में लगभग जमीन से डेढ़ 2 फीट ऊपर था , कुछ अजीब सी आकृति थी उनकी, समझते देर नहीं लगा की यह कोई प्रेतआत्मा होगी ,और साहस और समझदारी के साथ उन्होंने एक काम अच्छा किया कि तुरंत उस आकृति का अपने आईफोन कैमरे में तस्वीर ले लिया , उन्होंने बताया कि गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल हाथ में ही था जिस कारण आकृति के ऊपर संदेह होने पर तुरंत तस्वीर लेने का विचार आया, और देखते ही देखते फिर से वह तस्वीर पगडंडी से गायब हो गया,,,यह एक अद्भुत व अकल्पनीय घटना थी और एकदम डरा देने वाली भी ll
पढ़ा लिखा विकसित, विज्ञान को मानने वाला सभ्य समाज कभी भी भूत प्रेत की बातों पर यकीन नहीं करता, जिसमें मैं भी हूं, किंतु कभी-कभी कुछ ऐसी घटना देखने या सुनने को मिलती है जिस पर ना चाहते हुए भी यकीन करना पड़ता है l हम सभी का अटूट विश्वास है कि ईश्वर है किंतु ईश्वर को आज तक किसी ने देखा नहीं सिर्फ हमारी आस्था और विश्वास के बलबूते ही सारा संसार यह मानता है , और जब हम ईश्वर पर भरोसा रखते हैं तो हमें स्वीकार करना ही पड़ेगा की इस संसार में बुरी आत्माएं भी होती होगी l पॉजिटिव ताकत है तो नेगेटिव ताकत भी होगा, यही संसार और प्रकृति का नियम भी है l और अब तो यह प्रेत आत्माएं कैमरे में भी कैद हो रही है, इस तरह की घटनाएं इंसान को अंदर से झकझोर कर रख देती है , विज्ञान के सहारे जो पढ़ा लिखा इंसान मान्यताएं स्थापित करता है उन सारे चीजों को झूठला कर रख देती है l
किसी इंसान के मन में यदि किसी प्रकार की शंका है तो वह कैमरा वह तस्वीर आज भी इस प्रकार से सुरक्षित रखा हुआ है जिसमें फर्स्ट क्लिप लिया गया l कोई यह ना समझे कि यह किसी प्रकार से एनिमेटेड तस्वीर है l यदि यह तस्वीर सुरक्षित नहीं होती तो मैं भी शायद नहीं मानता और भतीजे को यह कहकर इस बात को टाल देता की वह तुम्हारा कोई वहम होगा किंतु प्रमाण स्वीकार्यता चाहता है l मैं रात भर इस बात के लिए भी परेशान रहा की चलो भुत प्रेत की अस्तित्व पर संदेह नहीं है ,किंतु वह मेरे परिवार के बच्चों को क्यों दिखा,,,,,,,,, ?