रायपुर : लोकसभा चुनाव का परिणाम चौकाने वाली रही। पुरे देश भर में जीस तरह की वातावरण मोदी लहर का दिखाई दिया। उस हिसाब से मतगणना के बाद परिणाम मोदी समर्थक, बीजेपी व उसके समर्थकों सबको को विस्मित करने वाली रही है।
बता दे कि भले ही बीजेपी जीत व सरकार बनाने की खुशी मना तो रही है। पर अंदर से टुटा हुआ व कमजोर बनता हुआ दिखाई दे रहा है। अब हर बात पर हर जगह गारंटी दे पाना संभव नहीं लगरहा है। इसका कारण पुरी दुनिया को पता है। दुनिया के इतिहास में गठबंधन की सरकार पुरा समय कम ही टीक पाया है। जीस बात की चिंता पुरी दुनिया को भी सता रही है। इसमे आधे से ज्यादा मोदी के उपर भरोसा करने वाले लोग हैं। इस बाद का दुख व मलाल भी है। कि बीजेपी को मोदी के काम से पुरी दुनिया में चर्चा है। उसके बाद भी मोदी के नाम से चुनाव लढा गया। जीसमे असंतोष हाथ लगा।
गौरतलब हो कि बीजेपी व मोदी जी को सबसे बडा झटका उ प्र आयोध्या से लगा। जहां सालो से लंबीत मंदिर मस्जिद मामले को विधिवत न्याय संगत समाधान करने मे सफल रहा। वही श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के साथ पुरी आयोध्या का कायाकल्प कर दिया गया। फिर भी यहां से बुरी तरह हारना बहुत बडा सवाल व सोचने पर मजबूर कर दिया। फिलहाल बीजेपी की मोदी सरकार इस पर पच्छतावा के साथ गहन विचार करता हुआ नजर आरहा है।
बता दे कि आयोध्या से हारने का मुख्य कारण जो वर्तमान में वाट्सप व सोशल मीडिया के आलावा वहां के स्थानीय लोगों के द्वारा पर जो चीजे निकल कर जो बाते सामने आ रही है। वह मंदिर निर्माण तो भव्यता के साथ कर दिया गया। पर इस कार्य मे सैकडो परिवार बेघर कर दिया गया। छोटे बडे व्यपारीयो के धंधे खत्म हो गया। आशियाने उजाडा गया व्यवसाय धंधे हमेशा के लिए चौपट हो गया। जीसका ध्यान न दिया जा सका। वही सूत्रों के अनुसार यहां व्यपार रोजगार के आड मे बाहर राज्यों से पूंजीपतियों का कब्जा हो गया। हर तरफ बडे व्यपारीयो का हर क्षेत्र में धंधे खोलवा दिये गये। जीसका ध्यान न रखा जा सका हो या फिर अच्छे व भव्यता के आड मे यह जानबूझकर किया गया है। यह तो सरकार ही जाने। पर बाते तो यही निकल कर आरही है।
ज्ञात हो कि महत्वपूर्ण बात यह भी कहां जा रहा है कि पहला बीजेपी के द्वारा सही उम्मीदवारों का चयन व जातीगत समीकरण पर ज्यादा भरोसा जताया जाना भी कहा जा रहा है। दुसरा योगी आदित्य नाथ की भावनाओं व विचारों को महत्व नही दिया जाना। तीसरा यहां की कांग्रेस व बसपा के द्वारा जनता को लुभावने वादे व घोषणा कीया जाना भी शामिल है। जिसमे प्रत्येक महिलाओं को 8500/-हर महिने दिये जाने का प्रलोभन भी महत्वपूर्ण कारण बन कर आया है। इससे यह पता चलता है कि वर्तमान समय में जनता को जाती धर्म विकास से कोई सरोकार नही है। उन्हें बस क्या क्या फायदा व सुविधा दिया जा रहा है। वही महत्व रखता है।
इस प्रकार यह तो लोगो के द्वारा चर्चा के दौरान कई बाते निकल कर सामने आयी है। बहरहाल इसमे सत्यता कीतनी है वह बााद मे सामने आ ही जायेगा। अब देखना ये है। कि मोदी सरकार की इस तिसरी बारी मे क्या मुश्किल व मोड आती है। इस पर पुरी दुनिया की नजर टीका हुआ है। पर जो सामने नजर आ रहा है। उसमे जनता के उम्मीदों पर पानी फेरने जैसा लग रहा है।