सिहावा नगरी : कहते है जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान ऊपर वाला होता है यह बात आज सही साबित हुआ नगरी के समीपस्थ ग्राम दलदली ‘अ’ की रहने वाली लड़की केजा विश्वकर्मा का लगन गरियाबंद जिला, डागनबाय निवासी रतिराम विश्वकर्मा से अक्षय तृतीया को सम्पन्न हुआ।
बता दे की लड़की के माता पिता नहीं हैं। वो अपने बुजुर्ग चाचा चाची के साथ रहकर अपना जीवन यापन करती थी निर्धन होने के साथ साथ उसके चाचा चाची भी इतने सक्षम नहीं थे कि उसका विवाह करवा सके, इस बात का पता गायत्री परिवार के परिजनों को चलते ही उनकी एक टोली लड़की के घर जाकर दोनों पक्षों के बीच अपनी बात रखी और दोनों ही पक्षों ने सहर्ष आदर्श विवाह करना स्वीकार किया, गायत्री परिवार के परिजन लड़की के माता पिता बन समस्त ग्रामीणों, सामाजिक जनों की उपस्थिति एवं सहयोग से वर वधु का आदर्श विवाह गायत्री परिवार के परिजनों द्वारा सम्पन्न कराया गया एवं यथा शक्ति आशीर्वाद स्वरूप वर वधु को भेंट भी दी गई । इस विवाह को सम्पन्न बनाने गायत्री शक्ति पीठ नगरी के प्रबंध ट्रस्टी श्री मति रामकुंवर सार्वा जी, गायत्री बोदले, तीरथ साहू, तरुणा ध्रुव, गणेशी ध्रुव, दुधेश्वरी साहू, शिव सरोज, सुरेश मरकाम, विनोद नेताम, रमेश साहू एवं महेश नागेश जी की अहम भूमिका रही।