तिल्दा नेवरा 22 जून : छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के तिल्दा नेवरा विकासखंड खरोरा के अंतर्गत आने वाले ग्राम तारासिव में बीते कल 22 जून दिन शनिवार को हुई जनसुनवाई में ग्रामीणों ने घोर विरोध किया। ग्रामीणों को किये गए पुराने वादों को अडानी कंपनी ने आज तक पूरा नही किया। ऊपर से आसपास के जन जीवन, रोजगार, कृषि यूक्त जमीनों, पानी आदि को प्रभावित किया है। यहां पहले से ही सबको बर्बाद ही किया है। न ही रोजगार दिया है। इसके प्रभाव से लोगो का स्वास्थ्य खराब होते जारहा है। , खेत खार और फसल सब्जी भाजी सभी को बर्बाद किया है। स्कूल और कौशल विकाश योजना के नाम से सिर्फ दिखावा किया गया है।
ज्ञात हो कि आड पांवर प्लांट के विस्तार के लिए अवैधानिक रूप से सीमा क्षेत्र में न रख कर। बाहर दुरस्त ग्राम पंचायत ताराशिव जनसुनवाई रखा गया है। इस जनसुनवाई के पुरजोर विरोध के लिए यहां क्षेत्र के 1000 से अधिक ग्रामीण जिसमे तारासिव , गैतरा , चिचोली और रायखेड़ा के साथ साथ आसपास के लोग भारी संख्या में शामिल रहे। जीसमे सभी ने सत प्रतिशत कंपनी खुलने का विरोध किया है।
बता दे कि आडानी पांवर प्लांट में पहले से ही 1370 मेगावाट की प्लांट चल रही है। जिसमे विस्तार कर 1600 मेगावाट प्लांट डालने का काम किया जाना है। लेकिन अब यहा पुन: विस्तारीकरण के लिए जनसुनवाई 22 जून, दिन शनिवार को किया गया। जिसमे इस का भारी विरोध ग्रामीणों एवं छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के साथ कदम मिलाकर कर। ग्राम चिचोली के सरपंच पुनीत राम साहू तथा चुनु लाल निषाद द्वारा जो कि रायखेड़ा के पंच है उनके द्वारा भी भारी विरोध किया गया।चूंकि इस प्लांट के विस्तार का प्रभाव से बसी बसाई बस्तीया उजाडा कर हटाया जायेगा। रोजगार के नाम पर खानापूर्ति कर दिया जाता है। कुछ छोटे मोटे पदो पर वो भी कम मानदेय मे रख लिया जाता है। वही 80 प्रतिशत कर्मचारियों की भर्ती बाहर राज्यों से मोटी व अच्छी वेतन सुविधा के साथ रखा जाता है। इसके अलावा पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। भूजल पानी की समस्या बढती जारही है। चोरी डकैती, लूट,अपराध बढता ही जा रहा है। सी एस आर के नाम पर केवल बीके हुए, दलाल मिडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार करवाया जाता है। अयसी बहुत सी समस्याएं हैं। जीनका स्थानीय गरीब, मध्यमवर्गीय परिवार झेल रहे हैं। पर इनकी बातो को कोई सुध नहीं ली गई है।
गौरतलब हो कि इस जनसुवाई में आये छत्तीसगढीया क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल जी जो की ” जोहर छत्तीसगढ़ पार्टी “के संस्थापक हैं। वही अजय यादव जी छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष के साथ जिला अध्यक्षो व सेनानियो द्वारा खुल कर विरोध किया गया। इनके द्वारा हजारों की संख्या में युवाओं बुजुर्ग, महिलाओं के साथ उपस्थिति दर्ज कर। जनहीत के सभी मुद्दों को बताते हुए। यहा के आडानी कंपनी के खिलाफ़ पुरजोर विरोध किया गया। वही NUSI के छात्र संगठन तथा विकाश उपाध्याय जो की पूर्व विधायक रायपुर के साथ साथ पूर्व सांसद छाया वर्मा द्वारा भी कंपनी के कार्य करने के तरीके पर सवाल उठाया गया था।उनके द्वारा भारी निंदा के साथ नए विस्तार का घोर विरोध हुआ ।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि सूत्रों के अनुसार सप्ताह भर पहले से ही बडे मंत्री नेताओं जनप्रतिनिधियों को कंपनी के द्वारा पहले ही से ही हायर कर लेने का संभावना कहा जा रहा है । वही छोटे बडे समाचार ईलेक्ट्रानिक मिडिया, प्रिंट मीडिया, वेबपोर्टल आदि। जो की नामी गिरामी लोगो के पास है। जो केवल और केवल पैसा कमाने के लिए ही एजेंसियों को लिया गया है। उनको भी मुमांगा रकम दिये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वह भी कंपनी के द्वारा बडे नेता कहे जाने वाले को पैसा वितरण का ठेका दिये जाने की संभावना बताई गई है। यह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले। मिडिया को अपमान व बदनाम करने का काम माना जा रहा है। इस कृत्य से जनता का विश्वास समाचार मिडिया पर से भरोसा खत्म होता नजर आ रहा है।
बता दे कि आडानी पांवर प्लांट के इस फर्जी जनसुनवाई के विरोध में आस पास के निवासियों के हजारों की संख्या में उप के साथ स्थानीय छत्तीसगढीया क्रांति सेना के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में
महेश कुमार, अविराज साहू, पंकज ,गोविंद, आमीन, अजय देवांगन , हिसेन विश्वकर्मा तथा वह उपस्थित रहे। जिसमे खास कर महिलाओ के द्वारा खुलेआम काफी विरोध किया गया ।जो किसी समाचार मिडिया को सुनाई दिखाई नही दिया।यह जानकारी तिल्दा नेवरा खड के अध्यक्ष महेश कुमार साहू छत्तीसगढीया क्रांति सेना के द्वारा दिया गया। वही लोगो को जागने, एकजूट होने व अयसे अन्याय का विरोध करने का आह्वान किया है।