ग्राम टंडवा मे 58 लाख बीना विकास कार्यों के आहरण का लगा गंभीर आरोप
तिल्दा नेवरा : छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के अंतर्गत आने वाले विकासखंड तिल्दा नेवरा के समीपस्थ ग्राम पंचायत जिला मुख्यालय व राजधानी रायपुर से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां के निवासी अश्वनी पाल के द्वारा पत्रकारों को प्रेष विज्ञप्ति जारी कर कहा कि तिल्दा जनपद पंचायत जहाँ के अंतर्गत ग्राम पंचायत में 14 वे एवं 15 वे वित्त मद का दुरूपयोग किया गया है। बिना किसी विकास कार्य के 58 लाख रुपये का राशि आहरण किया है। साथ ही पंचायती राज अधिनियम का उलंघन पंचायत के मुख्या पुष्पलता नायक ने विगत पांच वर्षों से अपने परिवार को लाभ दिलाने के उद्देश्य से अपने पुत्र व दमांद के खाते में राशि का आहरण किया है। इन सभी मुद्दों को लेकर पंचायत के उपसरपंच एवं 18 पंचो के द्वारा जनपद पंचायत व जिला पंचायत से 22 बिंदुओं में शिकायत आवेदन के माध्यम से गुहार लगाया था।
गांव में समस्या के बारे में नागरिकों से जाना गया। उन्मे से कुछ वरिष्टों की फोटो.. जिन्हों ने खुल कर समस्या को बताया।
बतादे कि यु तो पूरे छत्तीसगढ़ में विकास का गंगा बह रहा है। वही दूसरी ओर ग्राम पंचायत टंडवा 17 वी सदी मे जीने को मजबूर है। विकास के नाम पर यहां जर्ज़र भवन, जर्ज़र रोड व पीने का पानी के लिए तक ग्रामीणों को तरसना पड़ रहा है। पंचायत ने नल जल योजना के लिए कुछ घरों में गढ्ढे तक खुदवा दिए एवं कुछ घरों मे नल लगवा दिया है। पानी का अता पता नहीं। ग्रामीणों का दुभाग्य यह रहा कि वर्तमान तक इस योजना का लाभ लेने के लिए आस संजोए बैठे है।
ज्ञात हो कि इस ग्राम पंचायत टंडवा के उपसरपंच एवं पंचो ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पंचायत मे हो रहा विकास कार्यो मे अनियमितता को लेकर के प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है। 22 बिंदुओं में पंचायत के चुने जन प्रतिनिधियों ने शिकायत किया, शिकायत के मुख्य बिंदु में बिना किसी विकास कार्य किए 15 वे वित्त एवं अन्य मद से एक ही दिन में 20 लाख रुपये का राशि आहरण का मामला व ग्राम पंचायत टंडवा के प्रथम नागरिक ने स्वीकृत कार्य को समय पर पूर्ण रूप से तैयार करवा पाने में रुचि नही दिखाने का बात शिकायत मे उल्लेखित है। कोई स भी ऐसा विकास कार्य इस पंचायत में पूर्ण रूप से नहीं हुआ है , इसका जायजा हमारे रिपोर्टर्स ने लिया है। पंचायत का आलम यह रहा कि इस पंचायत का मुख्या कोई और है, और कार्यभार किसी और के कंधे पर है। यानि कि कंधा किसी और का और बंदूक कोई और ही चला रहा है। यह कारनामा विगत पांच वर्षों से चला आ रहा है। पंचायत की मुख्या यानि सरपंच, सरपंच तो मीडिया से मुख़ातिब होने से मना कर दिया। मानो आप सरपंच अपने बात रखने को भी राजी नही है।
गौरतलब हो कि इस ग्राम पंचायत के संबंध में 23 दिसंबर 2024 को 22 बिंदुओं मे शिकायत के बाद 30 दिसंबर 2024 को जाँच के आदेश जनपद पंचायत तिल्दा ने जारी कर दिया। जाँच आदेश की तिथि 10 जनवरी 2025 को तय किया गया था। जाँच में जनपद पंचायत तिल्दा के छह अधिकरियों का टीम ग्राम पंचायत टंडवा पहुंचे। सरपंच पुष्पलता नायक को जनता ने चुना है। लेकिन यहाँ तो तीन तीन सरपंच देखने को मिला। अधिकारियों को सरपंच से जानकारी लेना चहिए था। मगर यहाँ तो सरपंच के पुत्र एवं दामाद सफाई देते नजर आए । यही नही सरपंच के दमांद ने उपसरपंच को अधिकारियों के सामने ऊंचा तेवर में हड़काना शुरु कर दिया। अब आप इससे अंदाजा लगा लीजिए कि इस पंचायत में विकास कार्यों का क्या स्थिति होगा। ग्राम पंचायत टंडवा के ग्रामीणों ने जाँच मे आए अधिकारियों को अपने बीच पाकर शिकायत का झड़ी लगा दिया। गांव मे विकास नही होने के कारण ग्रामीणों में काफी रोष देखा गया। ग्रामीण लगातार दोषियों पर कार्यवाही का मांग करते नजर आए।