राजनांदगांव : सुप्रसिद्ध भारत के जैन मुनि विद्या सागर जी म.सा. का आज बीती रात्रि लग भग 2.30 बजे देवलोक गमन हो गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी में ली अंतिम सांस। सूत्रों के अनुसार वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।
गौरतलब हो कि उनके परलोक सिधारने पर जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज का परलोक सिधारने पर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं द्वारा नमन किया गया। जिसमे मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने नमन करते हुए। अपने शोसल मीडिया अकाउंट में शेयर किए है की आध्यात्मिक चेतना के पुंज, संत शिरोमणि आचार्य परमपूज्य विद्यासागर जी महाराज जी । जो तप, त्याग, ध्यान, धारणा समाधि, समाधान के साक्षात् स्वरूप थे। अग्रवाल ने बताया की आज हमारे पावन डोंगरगढ़ के चंद्रगिरि तीर्थ में चिर समाधि में लीन हो गए। लाखों मनुष्यों के कष्टों का हरण करने वाले। उन्हें अपने इष्ट से मिलाने वाले। उनके अभीष्ट की पूर्ति करने वाले। तीर्थ स्वरूप, परमपूज्य गुरुदेव विद्यासागर जी महाराज श्री चरणों में दण्डवत प्रणाम, कोटि-कोटि नमन किया ।वही देश प्रदेश के लोगो के द्वारा भी उनके सीख जीवनोपयोगी बातो को स्मरण करते हुए शत शत नमन किया।जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज ने ली समाधि राजनांदगांव : सुप्रसिद्ध भारत के जैन मुनि विद्या सागर जी म.सा. का आज बीती रात्रि लग भग 2.30 बजे देवलोक गमन हो गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी में ली अंतिम सांस। सूत्रों के अनुसार वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। गौरतलब हो कि उनके परलोक सिधारने पर जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज का परलोक सिधारने पर छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं द्वारा नमन किया गया। जिसमे मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने नमन करते हुए। अपने शोसल मीडिया अकाउंट में शेयर किए है की आध्यात्मिक चेतना के पुंज, संत शिरोमणि आचार्य परमपूज्य विद्यासागर जी महाराज जी । जो तप, त्याग, ध्यान, धारणा समाधि, समाधान के साक्षात् स्वरूप थे। अग्रवाल ने बताया की आज हमारे पावन डोंगरगढ़ के चंद्रगिरि तीर्थ में चिर समाधि में लीन हो गए। लाखों मनुष्यों के कष्टों का हरण करने वाले। उन्हें अपने इष्ट से मिलाने वाले। उनके अभीष्ट की पूर्ति करने वाले। तीर्थ स्वरूप, परमपूज्य गुरुदेव विद्यासागर जी महाराज श्री चरणों में दण्डवत प्रणाम, कोटि-कोटि नमन किया ।वही देश प्रदेश के लोगो के द्वारा भी उनके सीख जीवनोपयोगी बातो को स्मरण करते हुए शत शत नमन किया।