महाकुंभ संगम तट पर भगदड़ 14 की मौत श्रद्धालुओं की एंट्री पर रोक प्रधानमंत्री व अमित शाह ने जताई चिंता
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) : बडी व दुखद घटना सामने आई है। जिसमे प्रयागराज के महाकुंभ भगदड़ हुए हैं। जहां से कुछ मौत व बहुत से लोग घायल भी बताये जा रहे हैं। जिसके चलते फिलहाल हालात को काबु करने के लिए श्रद्धालुओं की एंट्री रोक लगा दी गई है। वही अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। इस विषय पर मोदी-शाह ने योगी से बात कीया है।

बता दे कि महाकुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या का होता है।सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाज आने लगीं। तभी भगदड़ की सूचना मिली। इस बात को लेकर सेक्टर-2 में सेंट्रल हॉस्पिटल मे हैरान कर देने वाली बात सामने आई । जहां पर बहुत सारी एंबुलेंस एकसाथ आ रही थीं। इसी बीच एक पत्रकार को ही घायल का परिजन बताकर हॉस्पिटल के अंदर दाखिल किया। तभी इमरजेंसी वार्ड में उसने देखा कि 10 से ज्यादा डेड बॉडी पड़ी थीं। बहुत सारे घायल स्ट्रेचर पर तड़प रहे थे। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे।

ज्ञात हो कि इस घटना में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। तभी महाकुंभ का सर्वे किया गया। ये सभी भगदड़ की सूचना के बाद घटनास्थल, गंगा घाट, अखाड़े, केंद्रीय अस्पताल और स्वरूपरानी अस्पताल पहुंचे। भगदड़ में घायल और मृतक के परिजन से बात कीया गया ।
गौरतलब हो कि मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था। नर्स और डॉक्टर एक्टिव थे। जिन्हें फर्स्ट एड की जरूरत थी, उनका प्राथमिक इलाज किया जा रहा था। कुछ लोगों को इमरजेंसी में ले जाने की जरूरत पड़ी। बाद में देखा कि इमरजेंसी एग्जिट से बहुत सारी डेड बॉडी को एक-एक कर वहां से बाहर निकाल दिया गया। वही बाहर पुलिस बल तैनात था। किसी को अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। पब्लिक और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया गया।
अंदर की बात को बताया जा रहा है कि घायल जैसे ही थोड़े नॉर्मल होते, उनका इलाज कर बेड खाली कराया जा रहा था। डॉक्टरों का कहना था कि घबराहट में किसी का ब्लड प्रेशर बढ़ा-घटा तो उसकी मौत नहीं हो जाएगी। गंभीर मरीजों के लिए बेड खाली कराया जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनका यह हादसा 12 से 1 बजे के आसपास हुआ। भगदड़ में लोग दबते रहे।
सीपीआर देते रहे पुलिसकर्मी
संगम नोज पर देखा कि घटना के बाद घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा था। मौके पर गंभीर रूप से घायलों को पुलिस के जवान सीपीआर दे रहे थे। जिस जगह घटना हुई, वहां के आसपास लगाईं बल्लियां और लोहे की जालियां टूटी हुई थीं।फिलहाल राहत व बचाव कार्य जारी है। पहले से मामले को काबु मे किया जा चूका है।
महाकुंभ संगम तट पर भगदड़ 14 की मौत श्रद्धालुओं की एंट्री पर रोक प्रधानमंत्री व अमित शाह ने जताई चिंता
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) : बडी व दुखद घटना सामने आई है। जिसमे प्रयागराज के महाकुंभ भगदड़ हुए हैं। जहां से कुछ मौत व बहुत से लोग घायल भी बताये जा रहे हैं। जिसके चलते फिलहाल हालात को काबु करने के लिए श्रद्धालुओं की एंट्री रोक लगा दी गई है। वही अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। इस विषय पर मोदी-शाह ने योगी से बात कीया है।
बता दे कि महाकुंभ का सबसे बड़ा अमृत स्नान मौनी अमावस्या का होता है।सुत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार रात के करीब 2 बजे थे। अचानक एक के बाद एक एंबुलेंस की आवाज आने लगीं। तभी भगदड़ की सूचना मिली। इस बात को लेकर सेक्टर-2 में सेंट्रल हॉस्पिटल मे हैरान कर देने वाली बात सामने आई । जहां पर बहुत सारी एंबुलेंस एकसाथ आ रही थीं। इसी बीच एक पत्रकार को ही घायल का परिजन बताकर हॉस्पिटल के अंदर दाखिल किया। तभी इमरजेंसी वार्ड में उसने देखा कि 10 से ज्यादा डेड बॉडी पड़ी थीं। बहुत सारे घायल स्ट्रेचर पर तड़प रहे थे। डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे।
ज्ञात हो कि इस घटना में बनाए गए केंद्रीय अस्पताल की स्थिति भयावह थी। तभी महाकुंभ का सर्वे किया गया। ये सभी भगदड़ की सूचना के बाद घटनास्थल, गंगा घाट, अखाड़े, केंद्रीय अस्पताल और स्वरूपरानी अस्पताल पहुंचे। भगदड़ में घायल और मृतक के परिजन से बात कीया गया ।
गौरतलब हो कि मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था। नर्स और डॉक्टर एक्टिव थे। जिन्हें फर्स्ट एड की जरूरत थी, उनका प्राथमिक इलाज किया जा रहा था। कुछ लोगों को इमरजेंसी में ले जाने की जरूरत पड़ी। बाद में देखा कि इमरजेंसी एग्जिट से बहुत सारी डेड बॉडी को एक-एक कर वहां से बाहर निकाल दिया गया। वही बाहर पुलिस बल तैनात था। किसी को अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। पब्लिक और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया गया।
अंदर की बात को बताया जा रहा है कि घायल जैसे ही थोड़े नॉर्मल होते, उनका इलाज कर बेड खाली कराया जा रहा था। डॉक्टरों का कहना था कि घबराहट में किसी का ब्लड प्रेशर बढ़ा-घटा तो उसकी मौत नहीं हो जाएगी। गंभीर मरीजों के लिए बेड खाली कराया जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उनका यह हादसा 12 से 1 बजे के आसपास हुआ। भगदड़ में लोग दबते रहे।
सीपीआर देते रहे पुलिसकर्मी
संगम नोज पर देखा कि घटना के बाद घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा था। मौके पर गंभीर रूप से घायलों को पुलिस के जवान सीपीआर दे रहे थे। जिस जगह घटना हुई, वहां के आसपास लगाईं बल्लियां और लोहे की जालियां टूटी हुई थीं।फिलहाल राहत व बचाव कार्य जारी है। पहले से मामले को काबु मे किया जा चूका है।