
दंतेवाड़ा को मिला बड़ा तोहफा: गीदम में बनेगा 299.85 करोड़ का मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में डीएमएफ फंड का जनहित में प्रभावी उपयोग
रायपुर, 1 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ सरकार ने दंतेवाड़ा जिले के गीदम में नए सरकारी मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण के लिए 299.85 करोड़ रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के स्पष्ट निर्देशों के तहत यह निर्णय लिया गया है, जिससे बस्तर अंचल के लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
राज्य सरकार की जिला खनिज संस्थान न्यास (DMF) राशि के प्रभावी उपयोग की नीति के तहत यह बड़ा फैसला लिया गया है। इस पहल से न केवल स्थानीय लोगों को उन्नत चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी, बल्कि बस्तर क्षेत्र के समग्र स्वास्थ्य ढांचे को भी मजबूती मिलेगी।
मेडिकल कॉलेज से बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं को मिलेगा नया आयाम
✅ 299.85 करोड़ रुपये की मंजूरी गीदम मेडिकल कॉलेज के लिए
✅ डीएमएफ फंड का सदुपयोग – खनिज संपन्न जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर जोर
✅ छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन (CGMSC) को सौंपी गई जिम्मेदारी
✅ समयबद्ध और गुणवत्तायुक्त निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी मैनुअल के नियमों का पालन अनिवार्य
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता जनता तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचाना है। इसी दिशा में डीएमएफ फंड का उपयोग कर मेडिकल कॉलेज जैसे संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं ताकि दूर-दराज के आदिवासी बहुल इलाकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
बस्तर के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह मेडिकल कॉलेज?
बस्तर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और चिकित्सा शिक्षा के अवसरों की कमी लंबे समय से एक गंभीर समस्या रही है। दंतेवाड़ा और उसके आसपास के हजारों मरीजों को रायपुर जैसे बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था।
➡ मेडिकल कॉलेज बनने से अब स्थानीय स्तर पर विशेषज्ञ डॉक्टर और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
➡ बस्तर के युवाओं को मेडिकल शिक्षा प्राप्त करने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
➡ स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकेगा।
कैसे होगा मेडिकल कॉलेज का निर्माण?
⏩ CGMSC (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन) को परियोजना का क्रियान्वयन सौंपा गया है।
⏩ पूरी निर्माण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ई-टेंडरिंग और नियमानुसार वर्क ऑर्डर दिए जाएंगे।
⏩ निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए PWD मैनुअल के तहत निगरानी की जाएगी।
डीएमएफ राशि का सही उपयोग – सरकार की प्रतिबद्धता
डीएमएफ फंड का उद्देश्य खनिज समृद्ध जिलों में सामाजिक और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रभावी योजनाएं लागू करना है।
➡ पहले यह फंड सड़क, पानी और शिक्षा पर अधिक केंद्रित था, लेकिन अब इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में भी प्राथमिकता दी जा रही है।
➡ सरकार का लक्ष्य है कि हर जिले में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की “विकास, विश्वास और पारदर्शिता” नीति का प्रमाण
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार जनता की जरूरतों को समझते हुए नीतिगत फैसले ले रही है। मेडिकल कॉलेज जैसी बड़ी परियोजनाएं जनता के जीवन स्तर को सुधारने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेंगी।
➡ स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
➡ दंतेवाड़ा और बस्तर क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
➡ सरकार की स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में मजबूत प्रतिबद्धता साबित होगी।
यह मेडिकल कॉलेज न केवल दंतेवाड़ा बल्कि पूरे बस्तर संभाग के लिए ऐतिहासिक सौगात साबित होगा। सरकार की यह पहल आदिवासी बहुल क्षेत्र के नागरिकों को सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।