
छत्तीसगढ़ बनेगा इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब
नवा रायपुर में 10,000 करोड़ का निवेश, अत्याधुनिक फैसिलिटी सेंटर और पॉलीमेटिक का सेमीकंडक्टर प्लांट देगा प्रदेश को टेक्नोलॉजी की नई उड़ान
रायपुर, 11 अप्रैल 2025: छत्तीसगढ़ अब सिर्फ खनिज संसाधनों के लिए नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए भी जाना जाएगा। नया रायपुर अटल नगर के सेक्टर-22 में देश का एक अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) आकार ले रहा है। इस क्लस्टर के अंतर्गत एक उन्नत कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) की स्थापना की जा रही है, जो तकनीकी स्टार्टअप्स, MSMEs और बड़े इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों को नई उड़ान देगा।
टेक्नोलॉजी, नवाचार और रोजगार का केंद्र बनेगा छत्तीसगढ़
यह कॉमन फैसिलिटी सेंटर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड प्रोटोटाइपिंग, 3डी प्रिंटिंग, ईएमसी टेस्टिंग, पर्यावरणीय परीक्षण और विश्वसनीयता मूल्यांकन जैसी सुविधाओं से लैस होगा। इससे एलईडी लाइटिंग, सोलर चार्ज कंट्रोलर, EV उपकरण, ऑटोमेशन सिस्टम और सेमीकंडक्टर आधारित प्रोडक्ट्स बनाने वाले उद्योगों को बेहतरीन तकनीकी सहायता मिलेगी।
इस परियोजना की कुल लागत ₹108.43 करोड़ है, जिसमें से ₹75 करोड़ केंद्र सरकार की EMC 2.0 योजना से और ₹33.43 करोड़ राज्य सरकार की भागीदारी से प्राप्त हुए हैं। 3.23 एकड़ भूमि पर विकसित यह सेंटर नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री साय का दृष्टिकोण: “तकनीकी आत्मनिर्भरता ही असली विकास”
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ उद्योग लगाना नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को उच्च तकनीकी अवसरों से जोड़ना और राज्य को डिजिटल इंडिया के विजन में अग्रणी बनाना है। यह कॉमन फैसिलिटी सेंटर निवेशकों, स्टार्टअप्स और अनुसंधानकर्ताओं के लिए एक नया अवसर लेकर आया है।
पॉलीमेटिक सेमीकंडक्टर कंपनी का बड़ा ऐलान: 10,000 करोड़ का निवेश
विश्व स्तर पर अग्रणी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी पॉलीमेटिक अब छत्तीसगढ़ में अपना दूसरा प्लांट खोलने जा रही है। कंपनी ने नवा रायपुर में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन और पावर मॉड्यूल यूनिट की स्थापना के लिए ₹10,000 करोड़ के निवेश की घोषणा की है।
इस अत्याधुनिक प्लांट में फील्ड इफेक्ट ट्रांजिस्टर (FET), MOSFET, थाइरिस्टर्स जैसे पावर डिवाइसेस का निर्माण होगा। ये डिवाइसेस इलेक्ट्रिक वाहनों, रक्षा उपकरणों और 5G-6G तकनीक में इस्तेमाल किए जाएंगे। इससे भारत को सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में मदद मिलेगी।
तकनीकी शब्दों की संक्षिप्त जानकारी
थाइरिस्टर्स: एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक स्वीच जो करंट को एक ही दिशा में प्रवाहित करने देता है।
MOSFET: कम पावर में काम करने वाला डिवाइस जो तेज गति से स्वीचिंग करता है।
FET: विद्युत क्षेत्र से करंट को नियंत्रित करने वाला सेमीकंडक्टर उपकरण।
सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन: वेफर को चिप्स में बदलने की प्रक्रिया।
सेमीकंडक्टर पैकेजिंग: चिप को बाहरी खतरों से सुरक्षित रखने और सर्किट से जोड़ने की तकनीक।
5,000 युवाओं को मिलेगा रोजगार, स्टार्टअप्स को मिलेगा तकनीकी प्लेटफॉर्म
इस नई परियोजना से छत्तीसगढ़ के 5,000 से अधिक युवाओं को हाई-स्किल टेक्निकल जॉब्स मिलेंगे। स्टार्टअप्स को अपने उत्पादों का परीक्षण करने, प्रोटोटाइप तैयार करने और तेज उत्पादन की सुविधा मिलेगी। इससे राज्य में इनोवेशन इकोसिस्टम मजबूत होगा और नया रायपुर तकनीकी हब के रूप में उभरेगा।
निष्कर्ष: छत्तीसगढ़ की तकनीकी क्रांति शुरू
छत्तीसगढ़ अब पारंपरिक संसाधनों से आगे बढ़कर डिजिटल और टेक्नोलॉजी आधारित औद्योगिक राज्य बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। पॉलीमेटिक जैसी वैश्विक कंपनियों का निवेश, अत्याधुनिक फैसिलिटी सेंटर की स्थापना और राज्य सरकार की औद्योगिक नीति इस बदलाव को गति दे रही हैं।
यह परियोजना सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं, बल्कि पूरे भारत के तकनीकी भविष्य को नई दिशा देने वाली साबित होगी।