
Poor sanitation in Tilda Nevra | नगरपालिका तिल्दा-नेवरा के कर्मचारी हो रहे भुखमरी के शिकार
पालिका कर्मचारियों में मायूसी ,यह कैसा विकास ?, दबाव में काम करने मजबुर
Poor sanitation in Tilda Nevra
तिल्दा-नेवरा :
नगर विकास की छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के तिल्दा नेवरा नगरपालिका में दंभ भरते कर्मचारियों की हालात सहसा ही बंया कर रही है ,कि नगर विकास का राग अलापते नगरपालिका शासन प्रशासन कितना अपने दायित्वो के प्रति गंभीर है । नगरपालिका के कर्मचारी चार महिने से वेतन को तरस रहे हैं । जिसके चलते उनके परिवार के बीच पालन पोषण को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है । माना जा रहा है कि नगरपालिका कर्मचारी जो महज आश्वासन की डोर में बंधे विवश नगर शासन प्रशासन की रवैया से खासा परेशान हैं। वही दबाव में काम करने को मजबुर भी हैं।
बता दे कि सूत्रो की माने तो स्वच्छता विभाग ,जल विभाग से लेकर राजस्व विभाग सहित अन्य विभागीय कर्मचारीयों को विगत चार महिने से वेतन के लाले पड़े हैं। वही पर कर्मचारियों के पेट की चिंता करने के बजाय जवाबदार जनप्रतिनिधि नगर विकास का खोखला ढोल बजा रहा है । नगर में भूमि पूजन का दौर जारी है। जनप्रतिनिधि मंचीय कार्यक्रमों में शरीक होकर सम्मान बटोरने मे मशगूल हैं ।
बात यह भी बताया जा रहा है कि इधर नगर की साफ सफाई सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं को लेकर नगरपालिका शासन प्रशासन पर उंगलियां उठ रही है । सोशल मिडिया में आये दिन नगरपालिका शासन के विफलताओं का चर्चा हो रहा है ।नगर में निर्मित नालियो से बजबजाती प्रदुषित वेस्टेज चीख चीख कर बंया कर रही है कि नगरपालिका में सत्तासीन जवाबदेही जनप्रतिनिधि महज ख्याली पुलाव पकाने में मदमस्त है । वहीं इधर स्वच्छता की ढोल में पोल नजर आ रही है।
ज्ञात हो कि कहां यह भी जा रहा है कि वर्तमान में विकास के नाम पर जो भूमि पूजन हो रहा है। उसमें भी पुर्व नगरपालिका अध्यक्ष का मेहनत का प्रतिसाद है। जिसका सेहरा वर्तमान अध्यक्ष के सर पर बांधा जा रहा है । अगर इसे स्वीकार करें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी। चुंकि नगरपालिका में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन देने में जो शासन विफल नजर आ रहा है। उससे नगरपालिका क्षेत्र की विकास का अपेक्षा करना बेइमानी होगी ।
गौरतलब हो कि नगरवासियों का यह भी कहना है कि नगरपालिका क्षेत्र मे धुल के गुब्बारे उड़ रहे हैं ।पेयजल की समस्या से नगरवासी जुझ रहे। बजबजाती नालियां दम तोड रही है ।वही नगरपालिका शासन वाह वाही बटोरने में लगे हुए हैं । अब सवाल यह उठ रहा है कि बुनियादी सेवाओ के लिए जो कर्मचारी भुखे रहकर काम करने को मजबुर हो। नगर के मुखिया के बांट जोह रहे हैं। वह कब तक मुखिया के विफलताओं के बीच अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेगी । लोगों के बीच से यह भी सवाल उठ रहा है कि जो शासक अपने अंग रूपी कर्मचारियों का भरण पोषण नहीं कर पा रही है। वह नगर विकास को लेकर कैसे ग़भीर हो सकता है। इस विषय पर गंभीरता से ध्यानाकर्षण कर तिल्दा-नेवरा नगरपालिका कर्मचारियों की वेतन न मीलने की समस्या पर संज्ञान ले दुर करनी चाहिए। वही नगर की समस्याओं को तत्काल दुर किया जाना चाहिए।
Poor sanitation in Tilda Nevra