
सुहेला बलौदाबाजार : आज डॉ सुरेंद्र दुबे का उपचार ऐसी आई रायपुर में लंबे समय से चल रहा था हृदय की गति रुकने के कारण आज दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली पढ़ती कभी कवि और आयुर्वेद में आचार्य डॉ सुरेंद्र दुबे का निधन हो गया मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर सुरेंद्र दुबे का उपचार ए शि आई रायपुर में लंबे समय से चल रहा था हृदय की गति रुकने के कारण आज दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली।
मिली जानकारी के अनुसार उनके परिवार के द्वारा सोशल मीडिया जानकारी देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की इस सीजन की खबर मिलते ही अशोक लहर दौड़ गई एवं ग्राम वासियों द्वारा श्रद्धांजलि दी आयुर्वेदिक चिकित्सा दुबे का जन्म 8 अगस्त 1993 को बेमेतरा दुर्ग जिला भारतीय राज्य छत्तीसगढ़ में हुआ था उन्होंने पांच पुस्तक लिखित थी भारत सरकार ने उन्होंने साल 2010 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार श्री से सम्मानित किया वे 2008 में हास्य से हास्य रत्न पुरस्कार के प्राप्त करता भी रहे हास्य और अक्सर हल्के में लिया जाता है लेकिन डॉक्टर दुबे जैसे कवियों ने इसके गंभीर साहित्य विधा बना दिया उनकी कविताएं केवल हंसी नहीं देती थी। वह भीतर झांकने का मौका भी नहीं देती थी। मंच पर उनका आत्मविश्वास प्रस्तुति की सहेली और चुनी हुई शब्दावली श्रोताओं को बंद लेती थी।

वह कई राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों पर हिस्सा रहे दूरदर्शन एवं अन्य चैनलों पर उन्होंने अपनी उपस्थिति से कविताओं को घर-घर पहुंचा हास्य में गंभीर बात कहने की जो कल उन्होंने विकसित की वह उन्हें समकालीन कवियों से अलग करती है जिसमें उनका निधन केवल एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं बल्कि कविताओं मंच की गूंज रहा है वह आवाजों जो मंच पर आते ही तालिया से सौगात पाती थी अब सदा के लिए उनके लिए मौन हो गई जिसमें समस्त ग्राम वासी भटभेरा के ग्राम नरेंद्र कुमार साहू रामलाल प्रीतम इंद्रकुमार महेश लेखराम इतवारी हेमकुमार संतोष यादव वाशु देव भुनेश्वर साहू भूपेंद घनश्याम भारत यादव कमलेश गुलाब मनोज नेतराम देवेन्द्र केजू राम लीलाधर
बल्ला लखन कृष्णा कुमार साहू रामावतार चूड़ामणि बसंत उमेश ग्रामीण द्वारा दुख व्यक्त किया गया जिसकी जानकारी भठवेरा के नरेंद्र कुमार साहू द्वारा दिया गया