खुलेआम पत्रकार के अपहरण होते को लोगो ने रोका कतरास थाने में शिकायत हुआ दर्ज
कतरास (झारखंड धनबाद) : राजगंज थाना क्षेत्र के अवैध कोयला कारोबारियों की दबंगई इतनी अधिक हो गई है कि अब वे पत्रकारों को भी अपना निशाना बनाने से चूक नही रहे हैं। ताजा मामला कतरास के राहुल चौक का है। जहां उज्वल कुमार दे सहित अन्य तीन लोगों ने एक पत्रकार पर जानलेवा हमला किया तथा अपहरण करने की नाकाम कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर पत्रकार के साथ मारपीट कर पत्रकार को अपनी गाड़ी में खींचकर ले जाना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप से पत्रकार के अपहरण की कोशिश नाकाम हो गई। लेकिन हमलावरों ने पत्रकार की गाड़ी में तोड़फोड़ की और भीड़ बढ़ता देख मौके से भाग गए। घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ लोग पत्रकार को पकड़ कर अपने गाड़ी की ओर खींचकर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। जिस पर पत्रकार बचाओ बचाओ भी चिल्ला रहा है।
घटना की शिकायत पुलिस से की गई है। बताया जा रहा है कि जान मारने और अपहरण करने की नियत से उज्वल कुमार दे एवं उसके अन्य तीन साथियों ने एक फोर व्हीलर गाड़ी से पत्रकार का पीछा किया और राहुल चौक पर उन्हें घेर लिया। हमलावरों ने पत्रकार की गाड़ी पर डंडे से हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। पत्रकार के साथ मारपीट की तथा जान मारने की नियत से अपहरण करने की कोशिश की। सभी हमलावर पत्रकार को गाड़ी से खींचकर ले जाना चाहते थे। लेकिन स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के कारण वे अपहरण करने में असफल रहे और अपने सफेद रंग के चारपहिया वाहन (संख्या JH10 BD 9853) से फरार हो गए। बताया जा रहा है कि घटना की सूचना कतरास और राजगंज थाने को भी दे दी गई है। भुक्तभोगी पत्रकार ने बताया कि कुछ दिन पहले ही राजगंज थाना क्षेत्र में चल रहे एक अवैध कोयला डिपो से संबंधित खबर चलाया था।
बताते चले कि कुछ दिन पहले ही अवैध कोयला कारोबारियों के द्वारा बाघमारा डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह पर हमला किया गया था, जिसमें डीएसपी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। हालांकि बाद में मुख्य आरोपी सहित अन्य कई आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है तथा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। अब देखना है कि पत्रकार पर हुए हमले में पुलिस कितनी गंभीरता दिखाती है।
वहीं इस घटना से क्षेत्र के पत्रकारों में भारी रोष है। पत्रकार पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे है। यदि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वे विधि सम्मत धरना प्रदर्शन करने पर बाध्य होंगे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में कांड सँख्या 27/25 दर्ज करते हुए जाँच पड़ताल में जुट गई है।