मंत्री ओ पी चौधरी से मीलने गये शिक्षको का बर्बता करने का आरोप
रायपुर : छत्तीसगढ़ के टर्मिनेट किये गये बी एड शिक्षिकाओं के द्वारा नोकरी की बहाली के लिए पिछले महिने भर से नवारायपुर तुता धर्ना स्थल पर बैठे हुए थे। पर सरकार की कांन मे जू तक न रेगी। इससे परेशान और हताश होकर इन प्रभावित शिक्षिकाओं ने वित्त मंत्री ओ पी चौधरी से मीलने उनके बंगले पर गये। तभी सरकार के युवा कहे जाने वाले मंत्री ओ पी चौधरी के बंगले पर शिक्षकों के जन समुदाय ने अपनी समस्याओं को रखने के लिए उनके बंगले के सामने गये। पर मंत्री जी तो मीलने से रहे। शिक्षको के द्वारा यह गंभीर आरोप लगाया गया। की वहां जो हुआ वह दृश्यों को देखकर मन बेहद दुखी है।
रीडीतो का कहना है कि युवाओं के नाम पर अपनी दुकान चलाने वाले “रंगे सियार” का रंग आज उतर गया है। इस क्रूर सरकार द्वारा नौकरी से निकाले गए। बीएड सहायक शिक्षक आज जब अपनी मांग को लेकर अपने आप को युवा हितैषी कहने वाले। एक मंत्री से मिलने उनके निवास पहुंचे तो तानाशाह सरकार की पुलिस ने उनके साथ ऐसा असहनीय दुर्व्यवहार किया।
जहा पर सबको जबरन बसों में भरकर शिक्षकों को नवा रायपुर की सड़कों पर घुमाया गया। और उन्हें संगीन धाराओं में फँसाने की धमकी तक दी गई।
प्रभावित शिक्षिकाओं ने शासन प्रशासन पर सवाल दागते हुए। कहा कि इस सरकार में मंत्रियों से मिलना और अपनी मांग रखना गुनाह हो गया है क्या?