पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों के कमजोरियों/भ्रष्टाचार से राहगीर बेहद परेशान
सरायपाली (सुरोतीलाल लकड़ा) : सरायपाली सरसीवां मार्ग के रख रखाव के अभाव में जहां डामर की परतें उखड़ने लगी हैं। वहीं जगह-जगह गड्ढे बनने से आवागमन बाधित हो रहा है। सागरपाली के पास सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है,
जमदरहा मोड़ से लेकर दुर्गापाली मोड तक बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे बन गए हैं और इन गड्ढों को भरने के लिये पिली मिट्टी का उपयोग किया गया है, मंगलवार को हुई बारिश से पूरी सड़क किचड़ में तब्दील हो गयी,इसी तरह बिछिया-सरायपाली तक भी डामर की परते उखाड़ने से वाहन चलाने में परेशानी हो रही है,इधर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा खराब हो रही सड़क की मरम्मत करने में लापरवाही बरती जा रही है,सागरपाली के सड़क किनारे के घरों का पानी एवं बरसाती पानी कि निकासी सड़क पर होने से सड़क क्षतिग्रस्त हुई है।
क्षतिग्रस्त सड़क पर काम चलाऊ मुरम मिट्टी पाट देने से बारिश के बाद किचड़ से परेशान बाकि समय में धूल की गुबार से लोग परेशान रहते हैं।
धूल को कम करने के लिए स्थानीय दुकानदार पानी का छिड़काव करते हैं जिसके चलते सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है और कीचड़ से राहगीरों को परेशानी होती है।
बताया गया है कि पिछले वर्ष ही पीडबल्यूडी विभाग द्वारा सड़क मरम्मत (रिनिवल) का काम कराया गया था मगर साल भर के भीतर ही सागरपाली के पास सड़क खराब हो गई,क्षेत्र के लोगों ने सड़क मरम्मत करने की मांग की है मगर पीडब्ल्यूडी विभाग मरम्मत करना तो दूर गड्ढे भरने का काम भी नहीं कर पा रही है। स्थानीय लोग ही गड्ढों को मुरूम मिट्टी एवं ईंट के टुकड़ों से पाट रहे हैं।अधिकारी इतने सुस्त है की उनका काम को स्थानीय लोग करने को मजबूर है l
यह ज्ञातव्य हो कि सिरपुर- सरायपाली- सरसीवां- हसौद तक करीब 71 किलोमीटर सड़क का निर्माण एडीबीपी द्वारा कराया गया था। उसके बाद उचित रखरखाव के अभाव में सड़क क्षतिग्रस्त होने लगी। पिछले साल कांशीपाली से बिछिया तक करीब 6 किमी एवं इस वर्ष डोंगरीपाली से माता नाला तक करीब 2 किलोमीटर का मरम्मत कार्य कराया गया है। पूरे सड़क का रिनुअल कार्य दो-तीन वर्ष पहले ही कराया गया था मगर ठेकेदार की लापरवाही से इतनी जल्दी मरम्मत कराने की आवश्यकता पड़ रही है।
सड़क का इतनी जल्दी खराब होना कहीं न कहीं सड़क निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही का ही परिणाम है।
सड़क किनारे साइड सोल्डर की सफाई नहीं
सड़क किनारे फुटपाथ (साइड सोल्डर) की नियमित सफाई नहीं होने से बरसाती झाड़ियां उग आयी हैं। सड़क किनारे उगे बेर, बबुल, गोहेरा, खजूर की कंटिली झाड़ियां राहगीरों के लिए काफी खतरनाक साबित हो रही है। कई झाड़ियां तो अब पेड़ बन चुकी है,सड़क किनारे इन झाड़ियों का नियमित साफ-सफाई नहीं होने से आए दिन दुर्घटना हो रही है,सड़क किनारे बेतरतिब उगे झाड़ियों की सफाई करना आवश्यक हो गया है क्योंकि उनकी शाखाएं अब सड़कों तक पहुंच चुकी है,झाड़ियों की वजह से बड़े वाहनों के आने से साइड देने या ओवरटेक करने मे दिक्कत होती है और इसी कारण दुर्घटनायें हो रही हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि पहले वार्षिक संधारण (एआर) के लिए आवंटन मिलता था। जिसका खर्च नियमित रखरखाव में किया जाता था मगर अब वार्षिक संधारण की राशि का आवंटन नहीं होने के चलते सड़कों का नियमित मरम्मत नहीं हो पा रहा है।