
राजधानी में चोरो का आतंक : कारोबारी के मकान में से लाखों के सोने-हीरे के जेवरात ले उडे
राजधानी पोलिसिंग व्यवस्था की खुली पोल
रायपुर (संवाददाता – मनोज शुक्ला) : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जिस कदर बदमाशों,चाकूबाजों के हौसले बुलंद है। उससे दो कदम आगे चोरों के भी हौसले बुलंद हैं। आखिरकार चोरों ने भी साबित कर दिया है। कि हम भी किसी से कम नहीं। एक बार फिर चोर गैंग ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। जहां राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र अंतर्गत टेकारी ग्राम के परसूलीडीह स्थित क्लासिक सिटी सोसाइटी में एक मकान को निशाना बनाते हुए। शातिर चोरों ने 20 लाख रुपये के लगभग जेवरात पर हाथ साफ कर दिये जाने की बात सामने आई है ।
बता दे कि मीली जानकारी के अनुसार, राजधानी के परसूलीडीह स्थित क्लासिक सीटी में सीड्स कारोबारी मनीष सहगल का भी मकान है।जहां पर कारोबारी मनीष ओडिशा गए हुए थे। तो उसके बाकी भी परिवार रामानुजगंज गया हुआ था। मतलब घर में कोई नहीं था। इसी का फायदा उठाते हुए। कुछ अज्ञात शातिर चोर गैंग ने घर के गेट को काट कर, दरवाजे की कुंडी और ताले तोड़कर, अंदर घुसकर घर के, दो कमरों में रखी अलमारियों के लॉकरों को तोड़कर, शातिर चोर सोने,चांदी और हीरे के आभूषण लेकर रफू चक्कर हो गए। वही जब सुबह पड़ोसी ने देखा। कि घर के बाहर का गेट खुला है। गेट पर जहां ताला लगता है। ताला बंद है। कुंडी कटी है,पड़ोसी को सारा माजरा समझ में आ गया। तभी तत्काल पड़ोसी ने सहगल जी को चोरी होने की सूचना फोन पर दीये। तब सहगल जी ने पड़ोसी से कहा कि आप 112 को सूचना दे दीजिए। मै भी दे दे रहा हूं, मै उड़ीसा से आ रहा हूं। पड़ोसी और सहगल जी चार से पांच बार 112 को काल कर सूचना दिए। लेकिन 112 से उन्हें कहा गया ये हमारा मैटर नहीं है।
बाद उसके पड़ोसी द्वारा थाने पर सूचना दी गई। जहां थाने से भी जवाब मिला जिसके यहां चोरी हुई है। वो आयेंगे तब पुलिस कुछ करेगी। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं जिस घर में चोरी हुई है। उस घर के लोग रायपुर से बाहर थे,पड़ोसी की सूचना पर पुलिस का ना आना, 112 का कोई रिस्पांस नहीं मिलना, पुलिस व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है। क्योंकि सरकार बार बार कहते नहीं थकती कि प्रदेश में कानून का राज्य है। सुशासन की सरकार है। क्या यही कानून का राज है,ये एक बड़ा सवाल खडा कर्ता है।

अवगत हो कि जब फोन से पुलिस नही सुना तब सहगल जी को लगा कि ऐसे तो पुलिस आने से रही। किसी प्रभावशाली व्यक्ति से कहना पड़ेगा। तो वो बिचारे प्रभावशाली व्यक्तियों को फोन लगाने लगे। किसी के कहने सुनने पर दोपहर 2 से 3 बजे के लगभग पुलिस किसी तरह पहुंची। इसी से आप अंदाजा लगा सकतें हैं कि राजधानी रायपुर में सुशासन सरकार की पुलिस कानून के राज्य में कितनी सशक्त है। जो बीना किसी प्रभावशाली को बगैर बात नही सुनी जाती है।
गौरतलब हो कि आप को जानकर आश्चर्य होगा इसी क्लासिक सीटी कालोनी में इससे पहले 6,से 7चोरियां हो चुकी है। जिसका पर्दाफाश राजधानी पुलिस आज तक नहीं कर स्की। उल्टे क्य एक लोग एक साल से रोजाना थाने का चक्कर लगा रहें हैं। चोरी के खुलासे के बाद जब्ती सामान लेने के लिए बस। विडंबना है कि एक साल से थाने का चक्कर ही लगाना पड़ रहा है। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं। छत्तीसगढ़ राजधानी पुलिस की क्या स्थिति है।क्या यही है साय सरकार की सुशासन राज।