
ग्राम भटभेरा में प्रतिवर्षानुसार मनाई गई शीतला माता की सेवा कर माता पहुंचनी
मांदर संगीत के साथ सेवा पूजा कर गांव के शीतला माता की पूजा-अर्चना किया गया
सुहेला बलौदाबाजार ( संवाददाता नरेंद्र कुमार साहू) :
छत्तीसगढ़ प्रदेश मे प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी प्रदेश के हर गांवो में माता पहुंचनी का पर्व मनाया गया। इसके तहत कला संस्कृति क्षेत्रीय, तीज त्यौहार, देवी देवताओं के मान्यता प्रसिद्ध है। जिसके अंतर्गत ही बलौदाबाजार जिला सिमगा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम भटभेरा में माता पहुंचनी महामाया मंदिर में मनाई गई।
बता दे कि पूर्वजों की मान्यता एवं धारणाएं रही हैं। जिसमे इस दिन को माता शीतला अष्टमी के रूप में भी मनाए जाने की प्रथा है। जिसमें मुख्य रूप से गांव के प्रकृति द्वारा आने वाली गंभीर बीमारियों चेचक एवं अन्य संक्रामक बीमारियो से सुरक्षा और अच्छे स्वास्थ्य के लिए शीतला देवी की पूजा पाठ व सेवा गीतगायन कर हवन-पूजन के साथ प्रार्थनाएं कर प्रसन्न की जाती है।
मता पहुंचनी मुख्यतः छत्तीसगढ़ का मुख्य पारंपरिक त्यौहारों मे से एक है। गांवो में निवासरत लोगो के द्वारा अपने-अपने घरों से श्रीफल माता को भेंट कर आशीर्वाद लेते हैं। इस पर्व को दिन गुरुवार को शुभ मानते हुए।इसी क्रम में ग्राम भटभेरा गांव मे पवित्र मन से मनाई गई। जिसमे सेवा समिति, मांदर मंजीरा, झांझ ढोलक यंत्र एवं माता की सेवा के साथ सेवा गीत सामुहिक गायन किया गया।

इस अवसर पर विशेष रूप से मंदिर के पुजारी बुधराम धीवर, नरेंद्र कुमार साहू, गुलाब राम वर्मा, नकुल धीवर, अर्जुन सेन, शैलेंद्र यादव, हीरा दास मानिकपुर, मोहन भूषण, धगेन्द्र, सेवकराम, मुकेश, चम्मन, गोविंद देवेन्द्र, बल्ला, ओमप्रकाश, बल्लू, मन्नू, मिलनदास, संतोष, हेमकुमार, कमलेश, वाशु, लव कुश, सुखराम, खेड़ू, श्यामरतन, भागवत एवं ग्राम के समस्त श्रद्धालु उपस्थित रहे।