
श्री सीमेंट मे श्रमिकों व प्रबंधन के बीच हुई वेतन समझौता का श्रमिको जताया असंतोष के साथ किया विरोध
बलौदाबाजार (नरेन्द्र कुमार साहू) : छत्तीसगढ़ के जिला बलौदाबाजार के समीपस्थ क्षेत्र के श्री सीमेंट मे इंटक यूनियन के द्वारा विगत दिनों जो वेतन समझौता हुआ है। उसका दुसरे पक्ष के रूप में कुछ श्रमिकों के द्वारा श्रम विरोधी वेतन समझौता करार दिया गया है। कु्छ श्रमिकों के अनुसार उक्त वेतन समझौता में शासन के द्वारा निर्धारित महंगाई भत्ता के संबंध में कोई उल्लेख नहीं है। इससे स्पष्ट होता है कि श्रमिकों को महंगाई भत्ता के लाभ से वंचित किया गया है।
ज्ञात हो कि असंतुष्ट श्रमिकों का कहना है कि क्या? श्री सीमेंट के इस वेतन समझौता में यह दर्शाया गया है। कि कितने प्रतिशत हमारे भविष्य निधि (पीएफ) में जमा होगा। इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। इससे यहां काम कर रहे सभी कर्मचारियों को पीएफ में तथा ग्रेच्युटी पेंशन के लाभ से भारी वंचित होना पडेगा। इसलिए यह किया गया यहां के अनजान मजदूरों के साथ यह वेतन समझौता बडा धोखा है।
अवगत हो कि असंतुष्ट वर्ग के श्रमिक नेता व कर्मचारियों ने कहां है कि हम सभी श्रमिकों से अपील करते हुए। अवगत कराते हैं कि इस तथा कथित वेतन समझौता का पूर्ण रूप से विरोध तथा बहिष्कार करें। इस तथा कथित वेतन समझौता के विरोध में हमारी इंटक यूनियन के पदाधिकारियों के द्वारा सभी ऑफिस में पहुंचकर। यह विरोध पत्र सभी अधिकारी को दिया गया है।इस ज्ञापन में स्पष्ट लिखा है की तथा कथित वेतन समझौते हमें मंजूर नहीं है। यदि जबरन उसे लागू किया गया। तो आने वाले समय में औद्योगिक अशांति होने की संभावना उत्पन्न हो जाएगी। इसके लिए श्री सीमेंट प्रबंधन जिम्मेदार होगा।
बता यह भी दे कि इस संबंध में एचआर प्रमुख श्री अनिल पाठक द्वारा यूनियन के पदाधिकारी से चर्चा हेतु सीसीआर में बुलाया गया। जिसमे एच आर प्रमुख अनिल पाठक तथा ई आर प्रमुख विनोद देवांगन, प्रहलाद दीक्षित, प्रमुख रूप से चर्चा में उपस्थित थे। वही इंटक यूनियन की ओर से अध्यक्ष लीलाधर साहू, उपाध्यक्ष राकेश वर्मा, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र वर्मा, लेखराम बंजारे, सचिव गज्जू लाल यादव, भगवती वर्मा, संतोष कुमार, धनेंद्र साहू, राजकुमार वर्मा, विनोद कुमार, भागवत कश्यप, टिकेश्वर वर्मा, ईश्वर वर्मा आदि ।इस संबंध में इंटक यूनियन के साथ प्रबंधन के बीच करीब दोनों पक्ष के बीच लगातार 1 घंटे चर्चा हुई। इस चर्चा में प्रबंधन की ओर से एचआर प्रमुख अनिल पाठक द्वारा यूनियन प्रतिनिधियों को यह आश्वासन दिया गया है। कि आपकी केंद्रीय अध्यक्ष द्वारा केंद्र श्रम आयुक्त रायपुर के समक्ष एवं औद्योगिक व विवाद अधिनियम 1947 के अंतर्गत श्रमिकों की ओर से 15 सूत्रीय मांग पत्र सोपा गया है। उक्त मांग पर श्रम आयुक्त के समक्ष बिंदु और चर्चा की जाएगी। तथा त्रिपक्षीय वेतन समझौता किस दिशा करना है। उसमें करवाई किया जाएगा।
गौरतलब हो कि प्रबंधन के इस कथन से या स्पष्ट होता है कि विगत दिनों हुए वेतन समझौता का कोई कानूनी औचित्य नहीं है। अगर इस संस्था को लागू नहीं किया गया। तो वह वैधानिक होगा। प्रबंधन और हमारे बीच हुई चर्चा के पश्चात प्रबंधन में कथन से हम सहमत हुए। तब तक पश्चात हमें अपनी कार्यवाही स्थगित किया। समस्त सीमेंट एवं खदान श्रमिक यूनियन एटक शाखा श्री रायपुर सीमेंट प्लांट खपराडीह के पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।