तिल्दा नेवरा बाईपास व डिवाइडर रोड के लिए अब भी मोहताज है दुर्घटनाओं का गढ
तिल्दा नेवरा:छत्तीसगढ़ के जिला रायपुर के अंतर्गत आने वाले विकासखंड तिल्दा नेवरा नगर के लिए बाईपास रोड का निर्माण होना चाहिए। पर अभी तक आश्वासन तक रह गया है। वही यहां के मुख्य मार्ग में सड़क चौड़ीकरण व डिवाइडर निर्माण होना था। किंतु वह भी अभी तक सिर्फ खाना पूर्ति की गई है।
बता दे कि मुख्य मार्ग होने के कारण रोजाना भारी वाहनों समेत छोटी बड़ी सैकड़ो वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। इन वाहनों के चलते पूरा शहर धूल के गुब्बारों से घिर जाता है। वही दुर्घटनाओं के गढ भी बना हुआ है। सूखे मौसम के दौरान लोगों की धूल से परेशानी बढ़ जाती है। वाहनों के चलते पूरा शहर धूल के गुब्बारों से घिर जाता है। शहर वासियों का धूल के चलते जीना मुश्किल हो गया है। वहीं धूल के कारण सांस संबंधी रोग, चर्म रोग व एलर्जी की शिकायतें भी मिल रही हैं।
ज्ञात हो की पूर्वार्ति कांग्रेस शासन काल में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया के द्वारा लगभग 01 करोड़ 56 लाख रुपए स्वीकृति प्रदान किया गया। जिसमे नगर के मुख्यमार्ग में तिल्दा खरोरा रोड, साई मंदिर मोड़ से घासीदास चौक तक, सड़क चौड़ीकरण के साथ ही डिवाइडर निर्माण किया जाना था। किंतु अभी तक सिर्फ खाना पूर्ति की गई है।
वही सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है की स्वीकृति राशि का पहला किस्त निकल कर खाना पूर्ति करते हुवे। पैसो का बंदर बाट भी कर लिया गया है? आम जनता हो रही इन परेशानियों के बीच कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति जनता की इन समस्याओं की तरफ ध्यान नही दे रहा है। नगर में बाईपास रोड व डिवाइडर बनने की बात को कोई भी जिम्मेदार गंभीरता से नहीं ले रहा है। जिसके चलते आए दिन जाम का भी सामना करना पड़ जाता है। जिसके बाद इस काम की तरफ किसी ने भी ध्यान नही दिया।
गौरतलब हो कि यहां आम जनता की मांग है कि शीघ्र अतिशीघ्र यहां बाईपास रोड व डिवाइडर निर्माण कार्य को पूरा किया जाए। जिससे आम जनता को लगातार हो रही है दुर्घटनाओं एवं भीड ट्रेफिक, अव्यवस्था व धूल की समस्या का स्थायी समाधान मिल सके। यह समस्या इतनी गंभीर हो गई है की अब लोगो को इन सब से बचने के लिए डर डर कर व मास्क या अन्य उपाय करना पड़ रहा है। धूल भरी सड़कों में लोगो को अपने चेहरे को ढंक कर रखना पड़ रहा है।
यह क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र घोषित है। जिसके तहत सैकडो कंपनियों को संचालित किया जा रहा है। जिसके कारण सड़क हादसों का बढ़ा खतरा
धूल भरी सड़को में भारी वाहनों के गुजरने के दौरान ज्यादा धूल उडऩे के कारण पीछे चला रही गाडिय़ों का अंदाजा नहीं लग पाता है। जिसके कारण सड़क हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है। नेवरा कोटा मार्ग में राइस मिल और नेवरा सिंनोधा में भी राइस मिल तथा कोहका रोड में स्थित धान संग्रहण केन्द्र और FCI होने के कारण लोडेड ट्रेको का आवा जाहि बढ़ा जाति है। जिसके चलते नगर के मुख्य मार्ग में आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। नाम न उल्लेखित करने की शर्त पे नगर के एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा की धूल के कारण हम लोगो को बहुत दिक्कतें हो रही हैं। सड़क किनारे घर और दुकान होने के कारण हम पर ज्यादा असर पड़ रहा हैं। वही एक और ने कहा की धूल के कारण पैदल चलने और छोटी गाड़ी चलाने में बहुत दिक्कत होती है।